- ऑनलाइन भावांजलि सभा में देशभर से श्रावक समाज ने प्रकट की संवेदना
मुंबई। राजस्थान के राजसमन्द जिले में आमेट कस्बे के निवासी एवं हाल में मुंबई के मुलुंड में निवासरत तेरापंथ समाज के वयोवृद्ध श्रावक भंवरलालजी लोढ़ा असाधारण व्यक्तित्व के धनी थे। वे धर्मसंघ के प्रति निष्ठावान एवं समर्पित श्रावक थे। उन्होंने जीवन पर्यन्त धर्मसंघ को निष्काम सेवाएँ दी। वे तीन तीन आचार्यों के कृपापात्र रहे, आचार्यश्री महाप्रज्ञजी द्वारा उन्हें श्रद्धानिष्ठ श्रावक संबोधन भी प्रदान किया गया। उनका मनोबल दृढ था वे अत्यंत मिलनसार एवं सादगी के प्रतिबिम्ब थे। अपने प्रियजनों में भायाजी लोढ़ा के नाम से विख्यात आपका जीवन अत्यंत सरल, सहज, वात्सल्यपूर्ण व हंसमुख मिजाज वाला था। यह विचार आज स्व. भंवरलालजी लोढ़ा की स्मृति में लोकडाउन के कारण ज़ूम एप और फेसबुक पर आयोजित भावांजलि सभा में देशभर से सम्मिलित विभिन्न संस्थाओं के पदाधिकारियों, परिवारजनों एवं प्रियजनों ने प्रकट किये। स्व. लोढ़ा का विगत 25 मई को मुंबई में आकस्मिक देहावसान हो गया था, लम्बे समय से आपका स्वास्थ्य अनुकूल नहीं था और आप मुंबई में ही चिकित्सा लाभ ले रहे थे।
तेरापंथ धर्मसंघ के श्रद्धानिष्ठ संगायक कमल सेठिया द्वारा के संगान के साथ प्रारंभ हुई भावांजलि सभा में सर्वप्रथम तेरापंथी महासभा के महामंत्री रमेशजी सुतरिया ने स्व. भंवरलालजी एवं उनके परिवारजनों का विस्तृत परिचय सभी के समक्ष रखा और साथ ही अपनी संवेदनाएं प्रकट की। इसके बाद आने वाले अनेक वरिष्ठ वक्ताओं ने स्व. लोढ़ाजी के साथ अपनी स्मृतियाँ साझा करते हुए बताया कि वे एक कुशल व्यवसायी भी थे उन्होंने बोहरा जी के साथ निरंतर 87 वर्ष की पार्टनशिप व्यवसाय का संचालन किया इसी वजह से वे अपने क्षेत्र में सेठजी के नाम से भी प्रतिष्ठित थे। वे गुरुदेव के साथ साथ समस्त साधु – साध्वियों की सेवा में भी सदैव अग्रणी रहते थे। वहीँ पारिवारिक कार्यक्रमों में भी उनकी सहभागिता सबसे पहले रहती थी। वे संस्कृति व संस्कारों के साथ व्यवहारिक एवं व्यापक सोच रखने वाले उच्च विचारों के धनी व्यक्तित्व थे। उन्होंने अपने परिवार के सभी सदस्यों में भी उन्ही संस्कारों और शिक्षा का सींचन किया जिससे वे सभी आज धर्म संघ के साथ साथ हर क्षेत्र में सफलता के साथ आगे बढ़ रहे है। इसी क्रम में उनके पुत्र सलिलजी लोढ़ा की संघ सेवाओं का मूल्यांकन करते हुए आचार्य महाप्रज्ञजी द्वारा कल्याण मित्र संबोधन प्रदान किया गया। ऐसे आदर्श व्यक्तित्व की कमी परिवार एवं समाज में कभी पूरी नहीं हो पाएगी।
भावांजलि सभा में टीपीएफ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नवीन पारख ने परम पूज्य आचार्यश्री महाश्रमणजी के प्रेरणा पाथेय और टीपीएफ के राष्ट्रीय सहमंत्री अंकुर बोरदिया ने असाधारण साध्वीप्रमुखाश्रीजी के प्रेरणा सन्देश का वाचन किया। इस अवसर पर संजय बैद मेहता द्वारा वीडियो के रूप में तैयार जीवन यात्रा को भी प्रस्तुत किया गया । भावांजलि देने के क्रम में तेरापंथी महासभा के अध्यक्ष सुरेशजी गोयल, अभातेयुप अध्यक्ष एवं कल्याण परिषद संयोजक संदीपजी कोठारी, टीपीएफ के राष्ट्रीय अध्यक्ष निर्मलजी कोटेचा, अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल महामंत्री श्रीमती तरुणाजी बोहरा, अणुव्रत न्यास के प्रधान न्यासी सम्पतमलजी नाहटा, तेरापंथी महासभा उपाध्यक्ष संजयजी खटेड, विजयजी मेहता, तेरापंथी महासभा के पूर्व अध्यक्ष किशनलालजी डागलिया, जय तुलसी फाउंडेशन के पूर्व प्रधान न्यासी हीरालालजी मालू, टीपीएफ के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष संजयजी धारीवाल, तेरापंथी महासभा के पूर्व महामंत्री तरुणजी सेठिया, अभातेयुप के पूर्व अध्यक्ष मर्यादाजी कोठारी, बी. सी. भलावतजी, अविनाशजी नाहर, सिरियारी संस्थान के अध्यक्ष ख्यालीलालजी तांतेड ने अपनी संवेदनाएं प्रकट की।
इसके अलावा मुंबई तेरापंथी सभा अध्यक्ष नरेंद्रजी तांतेड, वरिष्ठ उपाध्यक्ष बाबूलालजी बाफना, मुंबई चातुर्मास व्यवस्था समिति अध्यक्ष मदनलालजी तांतेड, महासभा पूर्व ट्रस्टी विनोदजी कच्छारा, जय तुलसी फाउंडेशन के न्यासी भंवरलालजी कर्नावट, चेन्नई सभा अध्यक्ष विमल चीपड़, आमेट मित्र मंडल अध्यक्ष नवरतनजी दुगड़, सायन जैन होस्टल परिवार से राजेन्द्रजी दक, मुंबई महिला मंडल अध्यक्षा भाग्यश्रीजी कच्छारा, अणुव्रत महासमिति के अध्यक्ष अशोक जी डूंगरवाल,चेन्नई महिला मंडल अध्यक्षा शांतिजी दुधोडिया, प्रकाशजी गेलडा, आरएसएस के पूर्व राष्ट्रीय संपर्क प्रमुख हस्तीमलजी हिरण, के. एल. परमारजी, डॉ. कैलाशजी कोठारी, कुलदीपजी बैद, गोखरू, सुरेन्द्रजी कोठारी, महेंद्रजी बोहरा, गणेशजी कोठारी, विजयजी चोपड़ा, धर्मेन्द्रजी बोथरा आदि ने भी अपनी भावांजलि अर्पित की। जीतो अपेक्स के चैयरमेन प्रदीपजी राठौड़ (चैयरमेन, सेलो ग्रुप) ने भी सन्देश के माध्यम से अपनी संवेदनाएं व्यक्त की। इनके अलावा धर्मीचंदजी लुंकड़, जयश्रीजी बड़ाला,अर्जुनजी चोधरी,मनोहरजी पितलिया, राकेशजी कोठारी, राकेशजी टुकलिया,विजयजी पटवारी, संजयजी लोढ़ा, रितुजी चोरड़िया, रमेशजी सोनी, गणपतजी डागलिया, प्रकाशजी धींग, महेशजी बापना, दिनेशजी सुतरिया, विकासजी आच्छा, रमेशजी धोका, महावीरजी वडाला, कैलाशजी सिंयाल, दीपकजी डागलिया, भीकमजी नाहटा, तेजप्रकाशजी डांगी, निर्मलजी लोढा, अर्जुनजी चौधरी, सुनीलजी इंटोदिया, प्यार जी मेहता, गौतमजी डागा, मनोहरजी पितलिया, अशोकजी बोहरा, नानालालजी कोठारी आदि अनेक महानुभावों ने अपने समय का विसर्जन किया।
इस अवसर पर स्व. भंवरलालजी लोढ़ा के पौत्र गर्वित एवं धैर्य लोढ़ा के वीडियो सन्देश भी प्रसारित किये गए वहीँ सुसराल पक्ष के कोठारी परिवार द्वारा भावांजलि स्वरूप तैयार वीडियो का भी प्रसारण किया गया। सुविख्यात संगायिका मीनाक्षी भुतोडिया, संगायक नीलेश बाफना ने भी गीतिका के माध्यम से अपने श्रद्धासुमन अर्पित किये। इसके अलावा भी देशभर से अनेक संस्थाओं से संवेदना सन्देश प्राप्त हुए जिनका भी उल्लेख किया गया। भावांजलि सभा का टीपीएफ दिल्ली ब्रांच अध्यक्ष श्रीलजी लुंकड़ ने सफल संचालन किया। अंत में सलिलजी लोढ़ा द्वारा लोढ़ा, कोठारी एवं चीपड़ परिवार की ओर से भावांजलि सभा में उपस्थित सभी समाजजनों के प्रति आभार प्रकट किया गया।