- लॉकडाउन में ग्रामीण रास्ते से दोनों जिलों की सीमा में अधिक हो रहा था आवागमन
- युवाओं ने कहा कोरोना संक्रमण से गांव को सुरक्षित रखने को उठाया कदम
भदोही। भदोही और जौनपुर की सीमा पर बसे किर्तीपुर गाँव के युवाओं ने गाँव की सीमा को बाँस- बल्ली लगाकर बंद कर दिया है। गाँव के युवाओं का कहना है कि दो जिलों की सीमा पर बसे होने की वजह से आम रास्ते को रोक दिया गया है जो जौनपुर की सीमा को जोड़ता है।
भदोही जिले के सुरियावां थाना क्षेत्र में हरीपुर गाँव पंचायत का किर्तीपुर एक मज़रा है। यह गाँव जौनपुर की सीमा से सटा है। भदोही जिले का यह उत्तर- पश्चिम सीमा का अंतिम गाँव है। वरुणा नदी भदोही- जौनपुर की सीमा को विभाजित करती हैं। पाण्डेयपुर में वरुणा नदी पर दोनों जिलों को जोड़ने के लिए एक रपटा पुल बना है जिसकी वजह से बारिश में छोड़ कर यह रास्ता काफी चालू है। क्योंकि यह रास्ता गाँव से होकर गुजरता है जिसकी वजह से यहाँ से भदोही और जौनपुर के सीमावर्ती इलाके में जाने के लिए काफी संख्या में लोग इस रास्ते का अधिक उपयोग करते हैं।
इस दौरान कोरोना संक्रमण की वजह से लॉकडाउन भी है। भदोही ओरेंज जोन में है। हालांकि बॉर्डर की सीमाएँ सील है लेकिन यह रास्ता खुला है जिसकी वजह से ग्रामीणों ने इसे बंद कर दिया। गाँव के युवक अनुराग मालवीय मुकेश सिंह राहुल मालवीय का कहना है कि पुलिस इस सीमा को सील नहीँ किया है क्योंकि यह सड़क नहीँ है सिर्फ कच्चा रास्ता है और भदोही – जौनपुर को जोड़ता है। इस रास्ते से जौनपुर के जंघई की दूरी मुख्यमार्ग से बेहद कम हो जाती है। जिसकी वजह से लॉकडाउन में भी यह रास्ता देर रात चलता रहता है। लोग लॉकडाउन का पालन नहीँ कर रहें हैं।
किर्तीपुर गाँव के युवा आशीष मालवीय, सतीश, नीरज सिंह, रवि सिंह , अरविंद मालवीय हिमांशु, प्रियांशु और राहुल सिंह का दावा है कि बहारी आवागमन से हमारा गाँव भी संक्रमित हो सकता है। जिसकी वजह से सतर्कता को देखते हुए हम लोगों ने इसे बंद किया है। दिन में हम लोग वहां कोई न कोई रहता है। अधिक ज़रूरत वालों को छोड़ दिया जाता है, लेकिन रात में चार पहिया और दुपहिया के लिए सुरक्षा के लिहाज से बंद कर दिया जाता है।