भोपाल: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में रह रहे तब्लीगी जमातियों को आइसोलेट करने के 14 दिन बाद ही इनके संपर्क में आने वाले लोगों की जिला प्रशासन ने पड़ताल कर ली है। करीब 389 लोग भोपाल में इनके संपर्क में आए हैं। इनमें से 235 ऐसे लोगों की पहचान कर ली गई है, जो कोरोना पॉजिटिव तब्लीगी जमातियों के संपर्क में आए थे। अब इन्हें क्वारंटाइन करने की तैयारी चल रही है।
भोपाल जिला प्रशासन व नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि तब्लीगी जमातियों के संपर्क में आने वाले व्यक्तियों के घरों में क्वारंटाइन का बोर्ड लगाने और इसकी रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए गए हैं। प्रशासन जहांगीराबाद और ऐशबाग के करीब 10 हजार घरों की सघन स्क्रीनिंग करा रहा है। स्वास्थ्य विभाग की टीम का स्थानीय लोगों ने ताली बजाकर स्वागत किया है। दरअसल, अहीरपुरा में रहने वाले दो व्यक्तियों की कोरोना से मौत होने के बाद इस क्षेत्र को अति संवेदनशील के दायरे में रखा गया है। स्क्रीनिंग के बाद प्रत्येक व्यक्ति की आगामी 14 दिन तक मॉनिट¨रग की जाएगी।
भोपाल गैस कांड के पीड़ितों की होगी स्क्रीनिंग
भोपाल में अब तक कोरोना से जिनकी मृत्यु हुई है, वे चारों-नरेश खटीक, जगन्नाथ मैथिल, इमरान खान व राजकुमार यादव 1984 में हुए भोपाल गैस कांड के पीडि़त बताए जा रहे हैं। इसे देखते हुए अब सभी गैस पीड़ितों की स्क्रीनिंग की जाएगी। वहीं, स्वास्थ्य परीक्षण भी करवाया जाएगा। इसके लिए डाटा कलेक्शन किया जा रहा है।
देश में कोरोना के बढ़ रहे मामले
पूरे देश की बात करें तो कोरोना का कहर तेजी से बढ़ता ही जा रहा है। खासकर महाराष्ट्र में तेजी से संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक सोमवार शाम से मंगलवार शाम तक 1,463 नए मामले सामने और 29 लोगों की जान गई। इनको मिलाकर अब तक 353 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि 10,815 संक्रमित हुए हैं। 1,190 व्यक्ति अभी तक उपचार के बाद भी पूरी तरह से स्वस्थ भी हुए हैं।