लखनऊ:भारतीय सेना के मेजर अनूप मिश्रा ने दुनिया का पहला बैलिस्टिक हेलमेट बनाया है जो 10 मीटर की दूरी से दागी गई एके-47 की गोलियों को भी झेलने में सक्षम है। इसका वजन मात्र 1.4 किलोग्राम है।
मेजर अनूप आर्मी कॉलेज ऑफ मिलिट्री इंजीनियरिंग पुणे में तैनात हैं। उन्होंने भारतीय सेना की ‘अभेद्य परियोजना’ के तहत यह हेलमेट तैयार किया है। इसे शुक्रवार (7 फरवरी) को पहली बार डिफेंस एक्सपो 2020 में प्रदर्शित किया गया है।
सेना के अधिकारियों के मुताबिक, मेजर मिश्रा इससे पहले फुल बॉडी बुलेटप्रूफ जैकेट भी तैयार कर चुके हैं। अपने गांव में पुराने बुलेटप्रूफ जैकेट पहने होने के बावजूद वह गोली से जख्मी हो गए थे। इसके बाद उनके मन में बुलेटप्रूफ जैकेट बनाने का ख्याल आया। यह जैकेट स्नाइपर की गोलियों को भी झेल सकता है।
डिफेंस एक्सपो : भारत फोर्ज और पैरामाउंट ग्रुप के बीच सामरिक साझेदारी
वहीं दूसरी ओर, विमान और अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी क्षेत्र की कम्पनी पैरामाउंट ग्रुप और भारत के अग्रणी औद्योगिक समूह भारत फोर्ज के बीच सामरिक साझेदारी पर हस्ताक्षर किए गए हैं। ‘मेक इन इंडिया’ अभियान के परिणामस्वरुप भारतीय बाजारों और अन्य देशों में अवसरों का लाभ उठाने के उद्देश्य से रक्षा और एयरोस्पेस प्रणालियों के औद्योगिकीकरण और स्वदेशीकरण में दोनों समूहों की प्रौद्योगिकियों, क्षमताओं और निपुणताओं को एकसाथ उपयोग में लाने के लिए यह उच्च स्तरीय साझेदारी की गयी है।
भारत फोर्ज की रक्षा और एयरोस्पेस इकाई के अध्यक्ष और सीईओ रजिंदर भाटिया ने बताया कि पैरामाउंट ग्रुप और भारत फोर्ज की कई क्षमताएं और उत्पाद एक दूसरे के लिए अनुरूप हैं। इस साझेदारी से अब यह दोनों समूह रक्षा क्षेत्र की युद्ध से जुड़ी विभिन्न आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए सक्षम बन गए हैं। पैरामाउंट ग्रुप के अध्यक्ष इवोर इचिकोविट्ज़ ने कहा, ”स्ट्रैटेजिक साझेदारी के जरिए रक्षा औद्योगिक इको-सिस्टम्स को बनाना पैरामाउंट के पोर्टेबल मैन्युफैक्चरिंग मॉडल की बुनियाद रहा है। मजबूत और दीर्घकालिक साझेदारी के माध्यम से अपनी रक्षा और एयरोस्पेस सिस्टम प्रौद्योगिकियों और सोल्यूशंस को विकसित करने के लिए हम उत्सुक हैं।”