दुनिया के अरबपतियों की संपत्ति पिछले साल 388 अरब डॉलर (27.55 लाख करोड़ रुपए) घटकर 8.53 ट्रिलियन डॉलर (606 लाख करोड़ रुपए) रह गई। 2015 के बाद पहली बार इसमें गिरावट आई। वैश्विक राजनीति में उठापटक और शेयर बाजारों में अस्थिरता की वजह से ऐसा हुआ। मल्टीनेशनल इन्वेस्टमेंट बैंक यूबीएस और प्रोफेशनल सर्विसेज फर्म पीडब्ल्यूसी ने शुक्रवार को ये रिपोर्ट जारी की।
चीन में हर दूसरे दिन एक नया अरबपति बन रहा
पिछले 5 साल में दुनिया में अरबपतियों की संख्या
साल | अरबपति |
2014 | 1751 |
2015 | 1760 |
2016 | 1979 |
2017 | 2158 |
2018 | 2101 |
रिपोर्ट के मुताबिक अरबपतियों की संख्या के मामले में दूसरे बड़े देश ग्रेटर चाइना के अमीरों की संपत्ति में तेज गिरावट आई। उनकी नेटवर्थ 12.3% घट गई। वहां के शेयर बाजार, करंसी और विकास दर में गिरावट की वजह से अमीरों को नुकसान हुआ। वहां 48 लोग अरबपतियों की लिस्ट से बाहर हो गए। इसके बावजूद चीन में हर दूसरे दिन एक नया व्यक्ति अरबपति बन रहा है।
चीन और भारत समेत पूरे एशिया पैसिफिक क्षेत्र के अरबपतियों की संपत्ति में पिछले साल काफी कमी दर्ज की गई। यूबीएस समेत दुनियाभर के निजी बैंकों का मानना है कि अमेरिका-चीन के बीच ट्रेड वॉर और वैश्विक राजनीति में अस्थिरता की वजह से निवेशकों ने शेयर बाजार से दूरी बनाए रखी, उन्होंने पैसे जमा करने पर ज्यादा फोकस किया।
अमेरिका को छोड़ बाकी देशों में पिछले साल अरबपतियों की संख्या में कमी आई। अमेरिका में टेक्नोलॉजी से जुड़े कारोबारी अमीरों की लिस्ट में लगातार जगह बना रहे हैं। 2018 के आखिर तक वहां अरबपतियों की संख्या 749 थी।