लंदन: लंदन की स्कॉटलैंड यार्ड पुलिस ने गुरुवार को मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट (एमक्यूएम) के संस्थापक अल्ताफ हुसैन को आतंक के लिए उकसाने का आरोपी बताया है। हुसैन पर आरोप है कि उन्होंने पाकिस्तान के अपने समर्थकों को आतंकी गतिविधियों के लिए उकसाया। मेट्रोपॉलिटन पुलिस काउंटर टेररिज्म ने गुरुवार को कहा कि हुसैन को ब्रिटेन के आतंक रोधि कानून की धारा 1(2) के तहत लंदन के वेस्टमिंस्टर कोर्ट के समक्ष पेश होना होगा।
हुसैन (65) साल 1990 से पाकिस्तान से निर्वासित हैं। बाद में उन्होंने ब्रिटेन की नागरिकता ले ली थी। हालांकि, हुसैन लंदन में रहते हैं लेकिन पाकिस्तान की बड़ी पार्टियों में शुमार एमक्यूएम पर उनकी अच्छी पकड़ मानी जाती है।इस पार्टी का मुख्य केंद्र पाकिस्तान का आर्थिक शहर कराची माना जाता है। हुसैन ने 22 अगस्त 2016 को एक भाषण दिया था जिसके बाद उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने कराची स्थित एक मीडिया कार्यालय में तोड़फोड़ की थी।
हुसैन ने पाकिस्तान विरोधी नारे लगाए थे
हुसैन ने अपने भाषण में पाकिस्तान विरोधी नारे लगाए थे और इसे एक ऐसा देश बताया था जो दुनिया के लिए कैंसर है। मेट्रोपॉलिटन पुलिस ने कहा कि हुसैन ने अपने भाषण में ऐसी बातें कही थी जो लोगों को आतंकवाद के लिए उकसाने की श्रेणी में आता है। हुसैन लंदन के मिल हिल इलाके में रहते हैं। उन्हें 11 जून को आतंकवाद को उकसाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। एमक्यूएम संस्थापक को इसी सप्ताह जमानत पर रिहा किया गया है।
उर्दू भाषी लोगों में पकड़ रखती है एमक्यूएम
एमक्यूएम की स्थापना साल 1984 में की गई थी। यह मुख्य रूप से उर्दू भाषी या बंटवारे के बाद भारत से आकर पाकिस्तान में बसे लोगों की पार्टी मानी जाती है। इस पार्टी ने उर्दू भाषी बहुल इलाके में प्रभाव रखने के कारण कराची और इसके आसपास के क्षेत्रों में तीन दशकों तक राजनीति में दबदबा रहा। इस साल अगस्त में दिए गए अपने भाषण में हुसैन ने कहा था कि पाकिस्तान की सेना और सैन्य संस्थानें लोगों को भ्रमित करने का कार्य कर रही हैं।