भांडुप: रविवार को पूरे भारतवर्ष में तेरापंथ धर्म संघ द्वारा अपने भविष्य में धर्म ज्ञान का बीजारोपण करने के उद्देश्य के साथ शुरू की गई ज्ञानशाला लगातार अपने नए लक्ष्य को हाशिल कर रही हैं। यही वजह है कि ज्ञानशाला दिवस की लोकप्रियता लगातार बढ़ रही हैं। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि देश के हर कोने में आज ज्ञानशाला दिवस मनाया जा रहा है। इसी कड़ी में भांडुप में भी ज्ञानशाला दिवस मनाया गया। भांडुप ज्ञानशाला में भी सुबह 8:00 बजे से रैली और रैली के बाद कविता प्रतियोगिता का भांडुप के तेरापंथ भवन में आयोजन रखा गया। इस आयोजन में बच्चों की बहुत ही सुंदर प्रस्तुति रही।
कार्यक्रम में प्रमुख वक्ता के रूप में उपासक रतन हिरन ने अपने भावों की अभिव्यक्ति दी। इसी के साथ ज्ञानशाला के बच्चों ने कविता के माध्यम से गुरु और माता पिता के प्रति अपने भावों की अभिव्यक्ति दी। इसमें पहला ग्रुप 4 से 7 वर्ष जिसमें 1st-यावी कोठारी, 2nd- मंथन कोठारी, 3rd-आर्यन और हर्षि बाफना दूसरे ग्रुप में 8 से 11 वर्ष के थे। जिसमें 1st-हिरल कोठारी, 2nd-दिशि कोठारी, 3rd-इप्शिता पारख तीसरा ग्रुप 11 से 14 वर्ष 1st -नेहल कोठारी, जज के रूप में प्रतिभा हिरण और प्रवीण सुराणा थे। यह जानकारी देवेंद्र कोठारी ने दी।