मुम्बई। तेरापंथ महिला मंडल मुम्बई की दायित्वबोध कार्यशाला का आयोजन बुधवार 21 अगस्त को युवामानीषी आचार्य श्री महाश्रमण जी की विदुषी शिष्या शासनश्री साध्वी कैलाशवती जी एवं साध्वीवृन्द के सान्निध्य में कालबादेवी स्थित आचार्य महाप्रज्ञ विद्यानिधि फाउंडेशन, कालबादेवी में आयोजित किया गया। जिसमें नवनिर्वाचित अध्यक्षा श्रीमती भाग्यश्री कच्छारा ने सभी पदाधिकारियों को उनके दायित्वों के बारे में समझाया एवं जिम्मेदारियों से अवगत कराया। सभी से अपील किया कि समय-समय पर सभी बहनें अपने-अपने विचारों से अवगत कराते रहें और बिना अवरोध के महिला मंडल की गतिविधियां चलती रहे।
इस मौके पर साध्वी कैलाशसवती जी ने अपने मंगल उद्बोधन में फरमाया कि समाज, परिवार के प्रति सभी का दायित्व होते हैं। सभी दायित्व धर्मसंघ की प्रभावना के लिये होनी चाहिए। सुंदर कहानी के माध्यम से बहनों को उनके दायित्वों के प्रति सचेत किया।
साध्वी पंकजश्री जी ने समय संयोजन पर जोर देते हुए बहनों को कुर्सी के भूख से दूर रहकर कार्य करने की प्रेरणा दी। साध्वी श्री ने एक कहानी के माध्यम से कुर्सी की महिमा समझाई और दायित्व बोध को लेकर बहनों को जागरूक करते हुए मुम्बई महिला मंडल की बहनों की कर्मठता, जागरूकता व निष्ठा की प्रशंसा की।
साध्वी शारदाप्रभा जी ने बहनों को संबोधित करते हुए कहा कि दायित्व का अर्थ है आपने जिम्मेदारियो की जो चद्दर आपने ओढ़ी है उसे सफलतापूर्वक निभाकर वापस करें। सभी बहनें योग्य बनें, उसके लिए प्रयास करें क्योंकि सुंदर काम करने वाला ही सुंदर होता है। इसलिए अपने कार्यों के प्रति बहनें जागरूक रहें। साध्वीवृन्द ने नवनिर्वाचित अध्यक्षा भाग्यश्री कच्छारा व उनकी टीम के लिए मंगलभावना व्यक्त किये।
पूर्व अध्यक्षा प्रेमलता सिसोदिया ने कहा कि परिवर्तन प्रकृति का नियम है, इसी तरह हमारे शाखा मंडलों का चुनाव करवाकर परिवर्तन किया जाता है और होना भी चाहिए। हम पुराने का आदर करें नए सम्मान करें, क्योंकि हमारे बीच नए विचारों का होना बहुत जरूरी है। पिछला कार्यकाल बहुत अच्छा रहा। नई कमेटी गुरुदेव के 2023 में होने वाले चातुर्मास के लिए मज़बूत नींव का निर्माण करना नई कार्यकारिणी की जिम्मेदारी है। हमें अपने दायित्वों पर खरा उतरना होगा। उन्होंने सभी को उनकी दायित्वों कर बारे में जागरूक किया एवं समझाया। साथ ही कहा कि हमें मर्यादित, अनुशासित होना चाहिए। अधिक से अधिक बहनों को मंडल से जोड़ें। हर परिवार के सभी महिलाओं का सदस्य बनना अनिवार्य है। पूर्व अध्यक्षा सुनीता परमार, सुमन बच्छावत ने भी अपने विचार व्यक्त किये।
इस मौके से मुम्बई के लगभग सभी क्षेत्रों से उपस्थिति रही। कार्यक्रम में 250 से अधिक बहनों ने भाग लिया। कार्यक्रम में दक्षिण मुंबई महिला मंडल सहित पूर्व अध्यक्ष मीना सुराणा, उपाध्यक्ष रचनाजी, तरुणा बोहरा, मंत्री स्वीटी लोढा, पूर्व मंत्री श्वेता सुराणा, जूली जी, संगीता सिंघी एवं कई पूर्व अध्यक्ष, मंत्री, मार्गदर्शक, परामर्शक व सदस्य बहनों की उपस्थिति रही। कार्यक्रम का संचालन मंत्री स्वीटी लोढा ने किया। दक्षिण महिला मंडल की संयोजिका उर्मिला कच्छारा ने सभी का आभार ज्ञापन किया।
कालबादेवी में हुआ तेरापंथ महिला मंडल का दायित्वबोध कार्यशाला का आयोजन
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