मुंबई। पिछले दिनों सुचिस्मिता साहू के चित्रों की प्रदर्शनी ‘वर्जिन लवेंडर-2’ की प्रदर्शनी मुंबई के जहांगीर आर्ट गैलरी में रखी गई थी, जहां बड़ी संख्या में लोगों ने पहुंचकर देखी और खूब प्रशंसा भी की। इस प्रदर्शनी में रखे गए सभी चित्र बिल्कुल ही अलग और रचनात्मक हैं। सुचिस्मिता की यह प्रदर्शनी महिलाओं से संबंधित है जिसमें क्रोनोलॉजिकल, वर्जिन लैवेंडर सहित महिलाओं पर विशेष ध्यान केंद्रित करते हुए उनकी जीवन शैली के विशिष्ट आयामों के अवलोकन के आसपास घूमती है। इन चित्रों में कलाकार द्वारा किया गया यह कार्य उन अंतर्निहित भावनाओं को प्रदर्शित करने का प्रयास दिखाता है, जो प्रकृति के गर्भ में एक जीवित इकाई है। यह काम भारतीय यूरोपीय संस्कृतियों के बीच एक पुल के रूप में कलाकार की भूमिका को प्रमाणित करता है और दोनों संस्कृतियों की छुपी भावनाओं को सामने लाता है जिसमें संस्कृतियां डिजाइन, विचार, नवाचार और जीवनशैली प्रमुख रूप से प्रदर्शित होते हैं। इस दौरान बात करते हुए सुचिस्मिता ने कहा कि हमने उन पहलुओं पर गौर किया है, जिस बारे में लोग सोचते तो हैं लेकिन उस पर कुछ रचनात्मक करने की हिम्मत नहीं कर पाते। हमारी कोशिश रही है कि ऐसे पहलुओं पर भी चर्चा किया जाए।