तप के निर्धुम दीप शिखा मुनिश्री जिनेश कुमार जी
पालघर। महातपस्वी आचार्य श्री महाश्रमण जी के सुशिष्य मुनि श्री जिनेश कुमार जी ठाणा 2 के सान्निध्य में श्री राजेंद्र छगनलाल जी तलेसरा, श्रीमती विजया चतुरजी तलेसरा, व भावना प्रवीण जी छाजेड़ के मासखमण का तप एवं श्री दिलीप जयंतीलाल जी बोराणा के अट्ठाई तथा पचरंगी तप की संपन्नता पर जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा द्वारा मासखमण तप अभिनंदन समारोह का भव्य आयोजन तेरापंथ भवन में किया गया।
इस अवसर पर उपस्थित जनसमुदाय को संबोधित करते हुए मुनिश्री जिनेश कुमार जी ने कहा तप आत्म शक्ति को जागृत करने की शंख ध्वनि है। तप आत्म देवता के मंदिर की प्रज्वलित ज्योति सीखा है। तप आसक्ति को परास्त करने की शक्ति है। तप अंतर में उल्लास बढ़ने की अभिव्यक्ति है। तप आने वाले कल की स्तुति है। तप आंतरिक सौंदर्य बढ़ाने का परिधान है। तप खुद ज्योतिर्मय बन जाने का अभियान है। तप निर्धुम दीपशिखा है। तप प्रदर्शन के लिए नहीं निदर्शन के लिए करना चाहिए। तप पूर्वजित कर्म पर्वतों को तोद डालने के लिए वज्र है। तप आत्मा शक्ति बढ़ाता है। तप का तेज निराला होता है। तप से जन्म मरण का फेरा मिटता है। मुनिश्री जिनेश कुमार जी ने आगे कहा पालघर में तपस्या का अच्छा क्रम बना हुआ है। राजेंद्र तलेसरा, विजया तलेसरा व भावना छाजेड़ ने मासखमण तप कर पर अतुल मनोबल का परिचय दिया है। सभी तपस्वी के आध्यात्मिक विकास के प्रति मंगलकामना व्यक्त करता हूं।
चेन्नई से समागत प्रकाश जी मुथा ने तप अनुमोदना में अपने विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर तेरापंथी सभा के अध्यक्ष नरेश जी राठौड़ जी, तेयुप अध्यक्ष हितेश सिंघवी, तेरापंथ महिला मंडल अध्यक्ष संगीता जी बाफना, अणुव्रत समिति के अध्यक्ष देवीलाल जी सिंघवी, बोईसर तेरापंथ सभा के अध्यक्ष दिलीपजी राठौड़, चतुर, नमन, अविष, हित तलेसरा, जयंतीलाल जी बोराणा, मोहनलालजी कोठारी, छगनलालजी, माही, रमेश, ममता, भारती तलेसरा, पर्व, हर्षि भोगर, हंसा चौधरी, रतन सुराणा, तारा धाकड़, भावना वागरेचा, तलेसरा परिवार की महिलाओं, ज्ञानशाला प्रशिक्षिकाओ आदि ने तप अनुमोदना में अपनी भावनाएं व्यक्तित्व गीत आदि के माध्यम से व्यक्त की। साध्वी प्रमुखा कनक प्रभा जी के संदेश का वाचन सभा के सभा सहमंत्री नरेश परमार, महिला मंडल मंत्री विद्या बाफना, मन्नालाल भूतोड़िया ने किया। अभिनंदन पत्र का वाचन सुखलाल तलेसरा, कोषाध्यक्ष धर्मेश सिंघवी ने किया।
अभातेयुप से प्राप्त तप सम्मान पत्र का वाचन विक्रम बाफना ने किया आभार ज्ञापन सभा मंत्री लक्ष्मीलाल जी राठौड़ ने व कार्यक्रम का संचालन मुनिश्री परमानंद जी ने किया। तपस्वी भाई बहनों का तेरापंथी सभा द्वारा अभिनंदन पत्र, मोमेंटो, सन्देश, साहित्य व पचरंगी दुपट्टे के द्वारा सम्मान किया गया। तप का अभिनंदन तप के द्वारा अनेक भाई-बहनों ने तप के संकल्प से किया। मुनिश्री जिनेश कुमार जी ने मासखमण तापस्वियो तप के प्रत्याख्यान करवाये। यह जानकारी दिनेश राठौड़ ने दी