मुंबई। विश्व शांति के लिए समर्पित साउथ कोरिया की एक अंतरराष्ट्रीय संस्था HWPL द्वारा दिनांक 21 जुलाई 2019 को सर्व धर्म संगोष्ठी का आयोजन वीडियो कांफ्रेंस के द्वारा किया गया। इस अंतरराष्ट्रीय मीटिंग में अनेक धर्मों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
तेरापंथ धर्म संघ के एकादशम अधिशास्ता महातपस्वी आचार्य श्री महाश्रमणजी की सुशिष्या समणी चैतन्यप्रज्ञाजी के प्रयत्नों से जैन धर्म का प्रतिनिधित्व करने का सौभाग्य जैन साहित्य डॉट कॉम के डायरेक्टर प्रवक्ता उपासक सुधांशु जैन को मिला। मीटिंग में अनेक विषयों पर चर्चा हुई। सबने अपनी-अपनी मान्यताओं के अनुसार अपनी बात रखी। जैन धर्म का प्रतिनिधित्व करते हुए सुधांशु जैन ने आगम प्रमाण के साथ अपनी बात रखी, जिसे अन्य प्रतिनिधियों एवं साउथ कोरिया की उपस्थित जनता (ऑडियंस) ने बहुत उत्सुकता से सुना। अनेक प्रतिप्रश्नों के द्वारा जैन सिद्धान्तों को समझने का प्रयास भी किया गया। संगोष्ठी में हुई चर्चा की भाषा अंग्रेजी थी। लगभग 2 घण्टे चली मीटिंग में जैन धर्म की प्रस्तुति सबसे अधिक रही। जैन धर्म पर प्रस्तुति में आत्मा, कर्म, आश्रव, संवर, निर्जरा एवं मोक्ष के स्वरूप का विश्लेषण मुख्य विषय रहा। आचार्य भिक्षु द्वारा प्रतिपादित पुण्य-पाप के सिद्धांतों का भी संक्षिप्त विवेचन किया गया।
कुल मिलाकर जैन धर्म की अच्छी प्रभावना हुई। अनेक व्यक्तियों ने पहली बार जैन धर्म के विषय में उत्सुकता के साथ सुना, जाना और आगे भी ऐसी संगोष्ठियों में भाग लेने की इच्छा जताई। संगोष्ठी के मॉडरेटर जस्टिन जिन ने जैन धर्म की प्रस्तुति की विशेष सराहना भी की।
सफल प्रस्तुति के लिए गुरुदेव की कृपा के साथ साथ उपासक श्रेणी के आध्यात्मिक पर्यवेक्षक *मुनि श्री योगेशकुमारजी स्वामी का मार्गदर्शन विशेष रूप से उल्लेखनीय है।
इस कार्य में उपासक श्रेणी के राष्ट्रीय संयोजक डालिमजी नौलखा का प्रशस्त मार्गदर्शन प्राप्त हुआ।
बैंगलुरू के उपासक अरविंद मांडोत एवं बैंकॉक की उपासिका जिनी जैन का भी अच्छा सहयोग रहा।
अंतरराष्ट्रीय सर्वधर्म संगोष्ठी में जैन धर्म का प्रतिनिधित्व
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