मुंबई। अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री विमल कटारिया की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ जैन ध्वजारोहण के साथ हुआ। आचार्य महाश्रमण चतुर्मास प्रवास व्यवस्था समिति बेंगलुरु के अध्यक्ष श्री मूलचंद नाहर, महामंत्री श्री दीपचंद नाहर, अभातेयुप के उपाध्यक्ष श्री मुकेश गुगलिया, महामंत्री श्री संदीप कोठारी, संगठन मंत्री श्री पवन मांडोत, अभातेयुप किशोर मंडल टीम एवं सभी किशोरों की उपस्थिति में हुआ। उल्लेखनीय है कि अभातेयुप के तत्वावधान में तेरापंथ युवक परिषद बेंगलुरु द्वारा आयोजित कार्यक्रम में देश-विदेश की 70 किशोर मंडल के लगभग 710 किशोर समारोह में भाग लेने पहुंचे।
भारत की सम्पूर्ण किशोर शक्ति पूज्य प्रवर के श्री चरणों में उपस्थित हुई। पूज्य प्रवर ने किशोरों को प्रेरणा देते हुए फरमाया कि किशोरों को शांति से कार्य करना चाहिए, मैत्री का परिचय देते हुए बेकार के लड़ाई झगड़े से बचने का प्रयास करना चाहिए। नई पीढ़ी की अगवानी एवं नव निर्माण में कदम बढ़ाएं, सम, शम, श्रम की कहानी गढ़ते हुए विकास के सोपान पर आरोहण करें। किशोर संकल्पबल का विकास करते हुए नवीन उत्साह व संगठन के बेजोड़ उदाहरण बने। हर किशोर सपनों के अनुरूप सेवा – संस्कार – संगठन हेतु सदैव विकास एवं प्रगति पथ पर बढ़ते चरण बने। किशोरों के द्वारा सामूहिक गीतिका का संगान किया गया।
अभातेयुप के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री विमल कटारिया ने 14 वे वार्षिक किशोर मंडल के विधिवत उद्घाटन की घोषणा की। सभी ने प्रवचन में उपस्थित रहकर पूज्य प्रवर की मंगल देशना एवं सामायिक का आध्यात्मिक लाभ लिया। पूज्य प्रवर ने किशोरों को संबोधि पुस्तक याद करने की प्रेरणा दी। 5000 किशोरों को किशोर मंडल के माध्यम से जोड़ने की प्रेरणा दी। श्री विमल कटारिया ने इस लक्ष्य को 3 महीनों में पूरा करने का संकल्प लिया।
प्रथम सत्र – तेरापंथ युवक परिषद बेंगलुरु के अध्यक्ष एवं अभातेयुप सदस्य श्री रोहित कोठारी ने सभी का स्वागत किया। देश विदेश से समागत किशोरों को अपने अध्यक्षीय वक्तव्य से ऊर्जान्वित करते हुए अभातेयुप के कर्मठ जोशीले एवं ऊर्जावान राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री विमल कटारिया ने कहा कि परिस्थितियों को समझने के बाद किशोर किसी निर्णय पर पहुँचे, मुश्किलों का सामना करते हुए आगे बढ़ना ही जीवन का सही अर्थ है।
मातृह्रदया असाधारण साध्वी प्रमुखा श्री कनक प्रभा जी ने किशोरों को अपना मंगल उद्बोधन देते हुए फरमाया कि टीम वर्क की भावना रखकर कार्य करें। अपनी जिज्ञासाओं का समाधान बड़ो से प्राप्त करें। परस्पर ज्ञान बाटे। किशोर मंडल को समाज के सामने एक उदाहरण के रूप में प्रस्तुत करें। जिस प्रकार गेंद हाथ से छूटकर ऊपर से नीचे आती है, उसी प्रकार मन अपने लक्ष्य से भटक जाए तो जीवन जीने के मूल्य कम हो जाते हैं। अनुशासन और मर्यादा को जीवन का लक्ष्य बनाएं।
हर किशोर सपनों के अनुरूप सेवा – संस्कार – संगठन हेतु सदैव विकास एवं प्रगति पथ पर बढ़ते चरण बन|
मुंबई से १२० किशोरों ने उत्साह के साथ भाग लिया।समस्त महाराष्ट्र किशोर मंडल को इंक्रेडिबल इंडिया के तहत प्रथम स्थान प्राप्त हुआ।
अभातेयूप द्वारा निर्देशित समस्त किशोर मंडल को चातुर्मास काल के दौरान सेवा – संस्कार – संगठन में मुंबई की समस्त किशोर मंडलों ने उत्साह के साथ भाग लिया।नालसोपरा , वाशी , भायंदर , मलाड ओर कांदीवली किशोर मंडल ने राष्ट्रीय स्तर पर अपनी जगह बनाई। काजूपाड़ा किशोर मंडल को सर्वश्रेष्ठ नयी किशोर मंडल का स्थान प्राप्त हुआ।
तेरापंथ किशोर मंडल चेम्बुर ने भी अधिवेशन में आयोजित पैशन फ़ोर क्रीएशन में अपनी सभागिता दर्ज कराई ओर साथ ही राष्ट्रीय स्तर पर दूसरा स्थान प्राप्त किया। अभातेयूप के महामंत्री संदीप कोठरी , ब्लू ब्रिगेड सदस्य मयंक धाकड ओर हर्ष कोठरी के संयोजन में मुंबई से २० किशोर मंडल ने उत्साह के साथ किशोर मंडल अधिवेशन में भाग लिया। यह न्यूज थाने किशोर मंडल ने दी।