बगदाद:ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जावद जरीफ की इराक यात्रा के दौरान इराकी नेताओं ने युद्ध के खतरे को लेकर चेतावनी दी है। ईरान का अमेरिका से बड़ा टकराव चल रहा है। जरीफ की इराक यात्रा अमेरिका द्वारा पश्चिम एशिया में करीब 1500 अतिरिक्त सैन्यबल तैनात करने के फैसले के बाद हो रही है। अमेरिका और ईरान दोनों ही इराक के सहयोगी देश हैं।
इराक के प्रधानमंत्री अब्दुल महदी के कार्यालय के अनुसार शनिवार रात जरीफ से भेंट के दौरान महदी ने युद्ध के खतरे की चेतावनी दी। कार्यालय के अनुसार अब्दुल ने ईरान और बड़ी शक्तियों के बीच 2015 के समझौते का जिक्र करते हुए इस क्षेत्र में स्थायित्व और इस परमाणु करार को बनाए रखने की दलील दी।
इराक के राष्ट्रपति के कार्यालय के अनुसार राष्ट्रपति बरहमान सालेह ने जरीफ के साथ संपूर्ण युद्ध रोकने या स्थिति को बिगड़ने से रोकने पर चर्चा की। शनिवार को जरीफ ने अतिरिक्त अमेरिकी सैन्यबलों की तैनाती को अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के बेहद खतरनाक बताया था।
इराक ने की अमेरिका और ईरान के बीच मध्यस्थता की पेशकश
इराकी संसद के अध्यक्ष ने शनिवार को कहा कि अगर बगदाद से कहा गया तो वह अमेरिका और ईरान के बीच मध्यस्थता करने को तैयार है। मोहमद हलबुसी का यह बयान ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जवाद जरिफ की दो दिवसीय इराक यात्रा के दौरान आया है। हलबुसी का यह बयान सरकारी टीवी पर प्रसारित हुआ है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा 2015 के परमाणु समझौते से अमेरिका को बाहर करने के बाद से ही दोनों देशों (अमेरिका-ईरान) के बीच माहौल तनावपूर्ण है। इराकी टीवी पर प्रसारित फुटेज में विदेश मंत्रालय के अवर सचिव निजार खैराला ईरानी विदेश मंत्री जरिफ का स्वागत करते दिख रहे हैं। हलबुसी का कहना है कि अगर हमसे कहा जाता है कि इराक अमेरिका और ईरान के बीच मध्यस्थता करने को तैयार है।