नई दिल्ली:अयोध्या में राम जन्मभूमि और बाबरी मस्जिद विवाद को मध्यस्थता के जरिए सुलझाने के सुप्रीम कोर्ट के हालिया आदेश के बाद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने रविवार को कहा कि जब तक अयोध्या में राम मंदिर नहीं बन जाता, हमारा आंदोलन जारी रहेगा। आरएसएस के महासचिव भैय्याजी जोशी ने अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण पर कहा, ‘1980-90 से जो आंदोलन चल रहा है, जब तक पूरा नहीं होगा तब तक हमारा आंदोलन चलता रहेगा। हम न्यायालय से उम्मीद करते हैं कि जल्द से जल्द इस संबंध में अपना फैसला दें।’
इसके साथ ही उन्होंने मौजूदा केंद्र सरकार पर भरोसा जताते हुए कहा वे भी चाहते हैं कि अयोध्या में राम मंदिर बने। उन्होंने कहा, ‘हम मानते हैं कि सत्ता में बैठे हुए लोगों को भी राम मंदिर का विरोध नहीं है। उनकी प्रतिबद्धता को लेकर हमारे मन में कोई शंका नहीं है।’
गौरतलब है कि उच्चतम न्यायालय ने राजनीतिक दृष्टि से संवेदनशील दशकों पुराने राम जन्म भूमि-बाबरी मस्जिद भूमि विवाद का सर्वमान्य समाधान खोजने के लिये शुक्रवार (8 मार्च) को शीर्ष अदालत के पूर्व न्यायाधीश एफएमआई कलीफुल्ला की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय मध्यस्थता समिति गठित कर दी। इस समिति को आठ सप्ताह के भीतर मध्यस्थता की कार्यवाही पूरी करनी है।
प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय संविधान पीठ ने अपने आदेश में कहा कि मध्यस्थता के लिये गठित समिति के अन्य सदस्यों में आध्यात्मिक गुरु और आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर और प्रख्यात मध्यस्थ एवं वरिष्ठ अधिवक्ता श्रीराम पांचू शामिल हैं।
दिलचस्प बात है कि तीनों मध्यस्थ तमिलनाडु के रहने वाले हैं, जहां अयोध्या विवाद का कुछ खास प्रभाव नहीं है। संविधान पीठ के अन्य सदस्यों में न्यायमूर्ति एस ए बोबडे, न्यायमूर्ति धनन्जय वाई चन्द्रचूड़, न्यायमूर्ति अशोक भूषण और न्यायमूर्ति एस अब्दुल नजीर शामिल हैं।