भायंदर। साध्वी श्री अणिमा श्रीजी एवं साध्वी श्री मंगलप्रज्ञा जी के सान्निध्य में तेरापन्थ भवन में 70 वे अणुव्रत स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में अणुव्रत समिति के तत्वावधान में अणुव्रत कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में मुख्य अतिथि के रूप में मीरा भायंदर के विधायक नरेंद्र मेहता उपस्थित थे। विशिष्ट अतिथि के रूप में अणुव्रत समिति के अध्यक्ष रमेश चौधरी एवं अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
साध्वी श्री अणिमा श्रीजी ने अपने प्रेरणादायी उदबोधन में कहा चारित्रिक संपदा व्यक्ति एवं देश दोनों को पहचान को शिखर देने वाला सशक्त धरातल है। अणुव्रत आन्दोलन व्यक्ति व्यक्ति के भीतर संयम एवं सादगी की चेतना को जागृत करनेवाला अभियान है। अणुव्रत आचार संहिता का पालन हर धर्मावलंबि अपनी स्वीकृत साधना पथ पर गतिमान रहकर कर सकता है। पर्यावरण की सुरक्षा , व्यसन मुक्त जीवन एवं अनैतिक आचरणों से दूर रहने का संकल्प ही इस अणुव्रत कार्यशाला के आयोजन को सार्थक बना सकता है।
साध्वी श्री मंगलप्रज्ञा जी ने कहा अणुव्रत की स्थापना आचार्य श्री तुलसी की दूरदर्शी सोच की फ़लश्रुति है। अणुव्रत के छोटे छोटे नियम व्यक्ति एवं राष्ट्र के उत्थान में योगभूत बन सकते है। सत्तर वर्ष पहले प्रारंभ किए गए अणुव्रत के ग्यारह नियम आज भी अपनी प्रासंगिकता बनाए हुए है। जरूरत है कि हर व्यक्ति अणुव्रत के पथ पर चलकर अपने जीवन की उन्नति के साथ साथ राष्ट्र के चरित्र निर्माण में भी योगभूत बने।
विधायक नरेंद्र मेहता ने कहा व्यक्ति स्वयं बदलकर ही राष्ट्र व समाज बदल सकता है। नई दिशा दे सकता है। अणुव्रत का भी यही उदघोष है सुधरे व्यक्ति समाज व्यक्ति से राष्ट्र स्वंय सुधरेगा। इस अणुव्रत के हार्द को समझे एवं जीवन को शानदार बनाए।
साध्वी सुधाप्रभाजी ने मंच का कुशल संचालन किया। साध्वी कर्णिका श्रीजी ,साध्वी मैत्रीप्रभा जी ने विचार रखे। अणुव्रत समिति मुंबई अध्यक्ष रमेश चौधरी, सभा अध्यक्ष प्रदीप बच्छावत , तेयुप मंत्री परेश भंडारी, क्षेत्रीय संयोजक राजू कोठारी ने विचार रखे। महिला मंडल भायंदर ने सुमधुर स्वरों में बदले युग धारा गीत की प्रस्तुति दी। यह जानकारी सभा मंत्री माणक सालेचा ने दी l
भायंदर में अणुव्रत स्थापना दिवस का आयोजन
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