मुंबई। महाराष्ट्र राज्य हिन्दी साहित्य अकादमी द्वारा वर्ष 2017-18 का पुरस्कार वितरण समारोह शुक्रवार, 01 मार्च 2019 को के.सी.कॉलेज, चर्चगेट, मुंबई में आयोजित हुआ। समारोह को संबोधित करते हुए अकादमी के अध्यक्ष तथा शिक्षा, सांस्कृतिक कार्य, वक्फ एवं खेलमंत्री विनोद तावड़े ने कहा कि कार्याध्यक्ष डॉ. शीतला प्रसाद दुबे के कुशल नेतृत्व में पारदर्शी तरीके से कार्य कर रही है। हमारी यह सरकार साहित्य एवं संस्कृति के प्रचार के लिए सतत रूप से प्रयासरत है। हमारा मानना है कि साहित्यकार हो या कलाकार उन्हें राजाश्रय नहीं अपितु राजपुरस्कृत किए जाने की जरूरत है। इससे पूर्व अकादमी के कार्याध्यक्ष प्रो. शीतला प्रसाद दुबे ने स्वागत भाषण में कहा कि अकादमी के पुरस्कारों का चयन बड़े ही पारदर्शी तरीके किया गया है। इसके लिए हम आभारी हैं मंत्री महोदय एवं राज्य सरकार का जिनका सहयोग हमें हरसमय मिलता रहता है, लेकिन उनकी तरफ से कभी भी किसी तरह का हस्तक्षेप, दबाव नहीं डाला गया। यह बात मैं अपने चार साल के अनुभव के आधार पर पूरी प्रमाणिकता के साथ कह रहा हूं। हमें विश्वास है कि अकादमी मंत्री महोदय के नेतृत्व में तथा सदस्यों के सहयोग से हिन्दी के प्रचार-प्रसार में प्रमुख भूमिका निभाएगी। इस अवसर अकादमी की स्मारिका का विमोचन मंत्री श्री विनोद तावड़े, राज्यमंत्री अमरजीत मिश्र, अकादमी के कार्याध्यक्ष डॉ. शीतला प्रसाद दुबे, विधायक मंगल प्रभात लोढ़ा तथा आकदमी के निवर्तमान अध्यक्ष प्रो. नंदलाल पाठक के हाथों हुआ। साथ ही कवि सम्मेलन में डॉ. सुधाकर मिश्र, महेश दुबे, लेफ्टि. कर्नल मनोज सिन्हा, प्रमिला शर्मा एवं डॉ. विजयप्रकाश शर्मा ने काव्य पाठ किया। आभार ज्ञापन सचिन निंबालकर ने तथ मंच संचालन आनन्द सिंह एवं डॉ. विजयप्रकाश शर्मा ने किया। इस वर्ष 2 अखिल भारतीय सन्मान जीवन गौरव पुरस्कार, 8 राज्य स्तरीय सम्मान जीवन गौरव पुरस्कार और 20 विधा पुरस्कार सहित कुल 30 पुरस्कार दिए गए।
अखिल भारतीय सम्मान जीवन गौरव पुरस्कारों में ‘महाराष्ट्र भारती अखिल भारतीय हिंदी सेवा पुरस्कार’ श्री रंगनाथ तिवारी तथा ‘डॉ. राम मनोहर त्रिपाठी अखिल भारतीय हिंदी सेवा पुरस्कार’ श्री रामेश्वरनाथ मिश्र ‘अनुरोध’ को, राज्य स्तरीय सम्मान जीवन गौरव पुरस्कार के अंतर्गत ‘छत्रपति शिवाजी राष्ट्रीय एकता पुरस्कार’ श्री प्रेम शुक्ल को, ‘साने गुरुजी राष्ट्रीय एकता पुरस्कार’ श्रीमती मंजू लोढ़ा को, ‘पद्मश्री अनंत गोपाल शेवडे हिंदी सेवा पुरस्कार’ डॉ. तेजपाल चौधरी को, ‘डॉ. उषा मेहता हिंदी सेवा पुरस्कार’ श्रीमती पूजाश्री को, ‘गजानन माधव मुक्तिबोध मराठी भाषी हिंदी लेखक पुरस्कार’ श्री सुधीर ओखदे को, ‘वी. शांताराम ललित कला हिंदी विशिष्ट सेवा पुरस्कार’ डॉ. विनोद नारायण इंदूरकर को तथा ‘सुब्रम्हण्य भारती हिंदी सेतु विशिष्ट सेवा पुरस्कार’ डॉ. श्रीभगवान तिवारी को प्रदान किया गया। वहीं विधा पुरस्कारों के अंतर्गत काव्य के लिए दिया जाने वाला ‘संत नामदेव पुरस्कार’ श्री शीतला पाांडेय-समीर ‘अनजान’ (स्वर्ण), श्रीमती सुधा राठौर (रजत) एवं डॉ. मुकेश गौतम (कांस्य) को, नाटक के लिए दिया जाने वाला ‘विष्णुदास भावे पुरस्कार’ डॉ. मधुकर राठौड को, कहानी के लिए दिया जाने वाला ‘मुंशी प्रेमचन्द’ पुरस्कार श्रीमती मंजुला जोशी (स्वर्ण), श्री कृष्ण नागपाल (रजत) एवं डॉ. शशि वर्धन शर्मा-शैलेश (कांस्य) को, व्यंग्य एवं ललित निबंध के लिए दिया जाने वाला ‘आचार्य रामचन्द्र शुक्ल पुरस्कार’ श्रीमती प्रभा मेहता (सुवर्ण) एवं श्री शिव प्रसाद तिवारी (कांस्य) को, जीवनी एवं आत्मकथा के लिए दिया जाने वाला ‘काका कालेलकर पुरस्कार’ श्री जितेंद्र पाण्डेय (रजत) को, लोकसाहित्य के लिए दिया जाने वाला ‘फणीश्वरनाथ रेणु’ पुरस्कार श्रीमती निर्मला डोसी (स्वर्ण) को बालसाहित्य के लिए दिया जाने वाला ‘सोहनलाल द्विवेदी पुरस्कार’ श्रीमती नीलम सक्सेना ‘चंद्रा’ (कांस्य) को, समीक्षा के लिए दिया जाने वाला ‘आचार्य नंददुलारे वाजपेयी पुरस्कार’ डॉ. मजीद शेख (स्वर्ण), डॉ. पंडित बन्ने (रजत) एवं डॉ. शशिकांत सोनवणे ‘सावन’ (कांस्य) को, पत्रकारिता-सिने-पत्रकारिता के लिए दिया जाने वाला ‘बाबूराव विष्णु पराड़कर’ पुरस्कार श्री अनूप श्रीवास्तव (कांस्य) ‘पैदागीर’ को, अनुवाद के लिए दिया जाने वाला ‘मामा वरेरकर पुरस्कार’ श्रीमती कुमुद सांघवी चावरे (स्वर्ण) एवं श्री रासहबहारी पाण्डेय (रजत) को, वैज्ञानिक तकनीकी के लिए दिया जाने वाला ‘होमी जहांगीर भाभा पुरस्कार’ श्री मुकेश ग. पांडया (कांस्य) तथा भाषा, भाषाशास्त्र तथा व्याकरण के क्षेत्र में कार्य करने के लिए दिया जाने वाले ‘महावीर प्रसाद द्विवेदी पुरस्कार’ डॉ. दिनेश प्रताप सिंह (कांस्य) को प्रदान किया गया।