मुंबई:बेस्ट की हड़ताल से मुंबई की चाल बिगड़ती जा रही है। स्कूली बच्चों, कम दूरी के यात्रियों और मुंबई को कनेक्ट करने वाले मुख्य संस्थानों को जोड़ने वाली बेस्ट बसें चार दिनों से सड़कों पर नहीं हैं। ऐसे में एक ओर जहां ऑटो-टैक्सी वालों की चांदी हो गई, तो दूसरी ओर निजी बस ऑपरेटरों ने लोगों को सेवा देने की पहल की। शुक्रवार को तकरीबन 300 स्कूली बसें, निजी बसें और महाराष्ट्र स्टेट ट्रांसपोर्ट की बसों से लोगों ने सफर किया। शुक्रवार को ही परिवहन मंत्रालय में निजी और स्कूली बस ऑपरेटरों की बैठक में अतिरिक्त बसें चलाने का निर्णय लिया गया। शनिवार को निजी बस ऑपरेटरों के अलावा लग्जरी बस ऑपरेटरों द्वारा भी सेवाएं दी जाएंगी। बताया जा रहा है कि करीब 1500 बसें चलाई जाएंगी।
पीक ऑवर्स में मिलेगी सेवा
स्कूल बस ऑनर्स असोसिएशन के अध्यक्ष अनिल गर्ग ने बताया कि सुबह 9 से 11 और शाम को 4 से 9 बजे तक सभी स्कूली बसों को यात्रियों की सेवा में लगाया जा सकता है। अंधेरी, कांदिवली, मालाड इलाकों में अधिकांश सेवाएं चलाई जाएंगी। गर्ग ने बताया कि बेस्ट अपनी 2200 बसें पीक ऑवर्स में चलाती है, यदि इनकी संख्या कम करें और स्कूली बसों को नियमित रूप से यात्रियों के लिए चलाने की अनुमति दी जाए, तो बेस्ट 50 प्रतिशत तक घाटा कम कर सकती है।
आज निकल सकता है हड़ताल का तोड़
बेस्ट की हड़ताल को लेकर सरकार ने चिंता जताई है। इस समस्या का हल निकालने के लिए शनिवार को राज्य के मुख्य सचिव ने सुबह 11 बजे उच्च स्तरीय समिति की बैठक बुलाई है। बैठक में मुख्य सचिव डी.के जैन, परिवहन विभाग और नगर विकास विभाग के सचिव के अलावा बेस्ट यूनियन के प्रतिनिधि, मनपा आयुक्त और बेस्ट महाप्रबंधक शामिल होंगे। माना जा रहा है कि उच्च स्तरीय बैठक में निश्चित ही होई हल निकलेगा।
दूसरी ओर, नई दिल्ली में पत्रकारों से बात करते हुए राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि सरकार को जनता की चिंता है। घाटे में चल रही बेस्ट को सरकार से आर्थिक मदद लेने की नौबत नहीं आएगी, क्योंकि मुंबई महानगरपालिका खुद सक्षम है, लेकिन बीएमसी की ओर से अभी तक कोई कदम नहीं उठाया गया है। सरकार निश्चित ही इस मामले में दखल देगी।
वहीं, कांग्रेस प्रवक्ता सचिन सावंत ने आरोप लगाया कि भाजपा-शिवसेना की अंदरूनी लड़ाई का खामियाजा मुंबईकर को उठाना पड़ रहा है। सरकार चाहे तो इस हड़ताल को खत्म करा सकती है। वास्तव में भाजपा-सेना को जनता की कोई चिंता नहीं है।