बस्ती, उत्तर प्रदेश:- यौन उत्पीड़न एवं दलित उत्पीड़न के मामले रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं परन्तु पुलिस प्रशासन भी अपनी मुस्तादी से काम कर रहा है, यह सामाजिक बुराइयां ही बन गई है। खैर आपको बताते चले कि मामला रुधौली थाना क्षेत्र का है जहां पर पुलिस ने रुधौली नगर पंचायत अध्यक्ष धीरसेन निषाद को मुखबिर की सूचना पर बस्ती फैजाबाद हाईवे पर थाना छावनी के गेट से गिरफ्तार किया गया। धीरसेन निषाद पर नौकरी का झांसा देकर लड़की से दुष्कर्म करने तथा अबॉर्शन करवाने का आरोप लगा था। पीड़िता की तहरीर पर पुलिस ने नगर पंचायत अध्यक्ष धीरसेन निषाद के खिलाफ दुष्कर्म का मुकदमा 201/23 धारा 376,120b IPC व 3 (2) v sc/st एक्ट में दर्ज किया था।
पीड़िता दलित महिला ने 28 अगस्त को एसपी कार्यालय पर पहुंच कर रुधौली नगर पंचायत अध्यक्ष पर दुष्कर्म का आरोप लगाया था। पीड़िता ने आरोप लगाया कि माया पाठक ने 2021 में अध्यक्ष से उसकी मुलाकात कराई थी। इसके बाद नगर पंचायत अध्यक्ष धीरसेन निषाद ने नौकरी का झांसा देकर उसका लगातार शारीरिक शोषण किया। जब वह प्रेगनेंट हो गई तो उसने अध्यक्ष को यह बात बताई। लड़की के अनुसार, अध्यक्ष ने माया पाठक से दवा भिजवाकर कर उसे जबरन गर्भपात की दवा खिला दी।
पीड़िता का कहना है कि जब मैंने गर्भपात कराने से संबंधित ऑडियो वायरल करने को कहा तो मुझे अगस्त 2022 में सफाईकर्मी के पद पर नियुक्त किया गया। उस के बाद भी अध्यक्ष बार-बार दुष्कर्म करता रहा। मैंने जब इसका विरोध किया तो मुझे ऑफिस में अटैच कर प्रताड़ित करने लगे। मेरी इच्छा के विरुद्ध कई बार दुष्कर्म किया।
पीड़िता ने कुछ दिन पूर्व ही दर्ज कराया था रेप का मुकदमा
पीड़िता की तहरीर पर रुधौली नगर पंचायत अध्यक्ष धीरसेन निषाद और माया पाठक पर धारा 376, 120B और एससी एसटी का मुकदमा दर्ज किया गया। मुकदमा दर्ज होने के बाद नगर पंचायत अध्यक्ष धीरसेन निषाद फरार हो गया। पुलिस ने छावनी से धीरसेन निषाद को अरेस्ट कर लिया। इस मामले में सीओ प्रीति खरवार ने बताया है कि बीते कुछ दिनों पहले मुकदमा दर्ज किया गया था। आज नगर पंचायत अध्यक्ष धीरसेन निषाद को छावनी से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।