रायपुर। रायपुर सदर बाजार स्थित तेरापंथ अमोलक भवन में प्रवास रहित आचार्य श्री महाश्रमण जी की सुशिष्या समणी निर्देशिका डॉ. ज्योतिप्रज्ञा जी समणी डॉ. मानसप्रज्ञा जी के सान्निध्य में आज दिनांक 20/08/2023, रविवार को लगा आयोजनों का ठाठ। सर्वप्रथम तेरापंथ युवक परिषद् द्वारा अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद् के तत्वावधान में जैन संस्कार विधि द्वारा रक्षाबंधन कार्यशाला का आयोजन हुआ। जिसमें समाजजनों के सम्मुख उपस्थित चार भाई-बहन के जोड़ों के माध्यम से जैन संस्कार विधि से कैसे रक्षाबंधन मनाये पूरी विधि मंत्रोच्चार के माध्यम से बताया संस्कारक श्री अनिल दुगड़ व श्री अर्पित गोखरू ने तत्पश्चात तेरापंथ प्रोफेशनल फोरम द्वारा आमंत्रित विषय विशेषज्ञ फेफड़ों व अनिंद्रा से संबंधित व्यक्ता डॉं. श्री बी. बालकृष्ण ने समस्याओं व निदान के विषय में जागरुक किया।
समणी वृंद के सान्निध्य में दादी-पोती की जोड़ी श्रीमती मंजू गुलगुलिया- सुश्री चार्वी गुलगुलिया तपस्या प्रत्याखान क्रमशः 17 व 8 लेकर पधारे। तेरापंथ कन्या मंडल के साथ रायपुर ज्ञानशाला के ज्ञानार्थीयों ने तपस्वीयों का शानदार अपने अंदाज में स्वागत किया। सुश्री हर्षिता डागा ने नृत्य व परिजनों ने मंगलाचरण गीत गाकर व गौतम गुलगुलिया, रचित गुलगुलिया, निक्की गुलगुलिया, ओझल गुलगुलिया, आरव गादिया, गौरव दुगड़, सिध्दी बोथरा, विधि बरडिया, तेरापंथ महिला मंडल, ज्ञानशाला प्रशिक्षिकाओं, प्रमिला भंसाली, चार्वी गुलगुलिया द्वारा भाव अभिव्यक्ति द्वारा शुभकामनाएं दी गई।
ज्ञानशाला ज्ञानार्थीओं द्वारा शरीर के विभिन्न अंगों को समाहित करते प्रेरणादायक तप आधारित नाट्य प्रस्तुति दी गई। तपस्वीयों का अभिनंदन अठाई तप प्रत्याखान लेकर प्रेम सेठिया व लक्ष्मी छाजेड़ के साथ 10 जनों ने तेले का प्रत्याखान लेकर किया। अंत में समणी वृंद की प्रेरणा से 215 श्रावक श्राविकाओं ने सामूहिक एकासन का प्रत्याखान लेकर एकासना किया। समणी वृंद ने तप अनुमोदना गीत ‘तप है निराला अमृत का प्याला, संकट हारी मंगलकारी…’ के माध्यम से शुभकामनाएं दी।
रायपुर में समणी वृंद की प्रेरणा से दादी-पोती ने किया तपस्या श्रृंगार
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