नंदनवन (मुंबई)। श्री जैन श्वेतांबर तेरापंथ महिला मंडल मुंबई द्वारा 16-अगस्त -2023 बुधवार को कार्यशाला चतुर्थ कार्यशाला “उड़ान ज्ञान गगन में” का आयोजन किया गया। यह कार्यशाला तेरापंथ के एकादशम् अधिशास्ता आचार्य श्री महाश्रमणजी के पावन सानिध्य में साध्वी प्रमुखाश्री विश्रुत विभाजी की प्रेरणा से नंदनवन में आयोजित हुई। मुख्य वक्ता साध्वी श्री सिद्धार्थ प्रभा जी ने नमस्कार महामंत्र से कार्यशाला की शुरुआत की।
विषय – पल-पल उत्सव बन जाए को प्रतिपादित करते हुए कहा-,” उत्सव”अर्थात सेलिब्रेशन उन्होंने बताया ऐसा कौन सा उत्सव है जो पूरी सृष्टि मानती है तीर्थंकर के कल्याणक महोत्सव – चञ्वन , जन्म, दीक्षा, केवलज्ञान और निर्वाण । जैन दर्शन के अनुसार यह पांच क्षण ऐसे हैं समूची सृष्टि आनंद का अनुभव करती हैं । 7 प्वाइंट को अपना कर जीवन के हर पल का उत्सव मना सकते है ।
1. जिन 2. रत्नत्रयी 3.स्यादवाद 4.सृष्टि शाश्वत 5. कर्म 6. उत्पाद, व्यय, ध्रोव्य 7. एक मानवजाति साध्वीश्रीजी ने बहनों की जिज्ञासाओं का बहुत ही सटीक समाधान दिया।
अभातेमम के ट्रस्टी प्रकाश देवी तातेड, कार्यसमिति सदस्य एवं मुंबई उपाध्यक्ष श्रीमती तरुणाजी बोहरा , श्रीमती अलका जी मेहता , मंडल के सरताज की श्रीमती मीनाजी सुराणा , पूर्वाध्यक्ष श्रीमती प्रेमलता जी सिसोदिया , श्रीमती भाग्यश्री जी कच्छारा ,मुंबई महिला मंडल अध्यक्ष श्रीमती विमलाजी कोठारी, मंत्री संगीता जी चपलोत,कोषाध्यक्ष सुनीताजी सुतरीया आदि टॉप 9 सहित लगभग 800 से अधिक बहनों की सराहनीय उपस्थिति रही। श्रीमती अल्काजी पटावरी व सीमाजी बाफना का व्यवस्था में सहयोग रहा। श्रीमती ममताजी कोठारी ने संचालन और आभार ज्ञापन किया। यह जानकारी इंद्रा चंडालिया ने दी।
तेरापंथ महिला मंडल मुंबई की चतुर्थ कार्यशाला “उड़ान ज्ञान गगन में” का आयोजन
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