बल्लारी। युगप्रधान शांतिदूत आचार्यश्री महाश्रमणजी के सुशिष्य डॉ मुनिश्री पुलकित कुमारजी मुनि आदित्य कुमारजी के पावन सानिध्य में अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल द्वारा निर्देशित शिल्पशाला के अंतर्गत री साइलेंस कार्यशाला का आयोजन तेरापंथ भवन में किया गया। नवकार महामंत्र से प्रारंभ हुई कार्यशाला में महिला मंडल अध्यक्षा प्रवीणा लुणावत ने स्वागत भाषण करते हुए महिला मंडल द्वारा संचालित पूर्व में हुए कार्यक्रमों की जानकारी देते हुए चातुर्मास में संपादित होने वाले कार्यक्रमों के लिए महिला मंडल की बहनों को सक्रिय रहने के लिए प्रेरित किया।
प्राग वक्तव्य देते हुए नचिकेता मुनि आदित्य कुमारजी ने कहा सामाजिक और पारिवारिक संबंधों में शांतता के साथ जीवन जीने का अलग ही महत्व होता है। इसके लिए ध्यान के छोटे-छोटे प्रयोग कारगर साबित होते हैं इसे अपनाते हुए महिला मंडल की बहने जीवन में निखार लाने का प्रयास करें।
डॉ मुनिश्री पुलकित कुमारजी ने फरमाया री साइलेंस प्रक्रिया से आत्मविश्वास को बढ़ाया जाता है चातुर्मास में धर्म आराधना का विशेष माहौल होता है। आत्मविश्वास के बल पर ही इसमें प्रगति होती हैं। महिला मंडल की बहने जीवन में तप जप एवं संयम का विकास करते हुए इन तत्वों में समय का नियोजन करने का प्रयास करें। मुनिश्री ने मौन पचरंगी का आवाह्न किया तो श्रावक श्राविकाओं ने उत्साह से नाम लिखाते हुए कुल 5 मौन पचरंगी की आराधना की। कार्यशाला में तेरापंथ महिला मंडल बल्लारी की श्राविका बहनों की अच्छी संख्या में उपस्थिति रही।
बल्लारी में मुनिश्री के सानिध्य में हुई री साइलेंस कार्यशाला
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