- विकास का मूल आधार है सहनशीलता मुनिश्री जिनेश कुमार
उत्तर हावड़ा। आचार्य महाश्रमण जी के सुशिष्य मुनिश्री जिनेश कुमार जी के सान्निध्य में अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल के निर्देशानुसार स्थानीय तेरापंथ मंडल ने मां बेटी का अटूट बंधन कार्यशाला का आयोजन उत्तर हावड़ा तेरापंथ भवन में हुआ। जिसमें अच्छी संख्या में मां बेटियां की जोड़िया ने भाग लिया। इस अवसर मुनिश्री जिनेश कुमार जी ने कहा मां घर की शान है। मां पाठशाला है। मां की महिमा अद्भूत है । जिस घर मे संस्कारी मां होती है वह घर स्वर्ग होता है। बेटी घर का चिराग है। त्याग की प्रतिमूर्ति है। बेटियां स्वप्न का तिलिस्म है। बेटियां मानव मन का अंतर मन है बेटियां पिता की झोली में कुदरत का वरदान है।
आज की बेटी कल की बहु है बेटियां सहनशीलता विनम्रता सेवाभावना का विकास करे मां बेटियां एक दूसरे को समझने की कोशिश करे। फिजूलखर्ची, आडम्बर, प्रदर्शन से बचे। मां बेटियां मर्यादा में रहे, शालीन व्यवहार रखे, आदर व सत्कार का भाव रखे जो सहता है, वह रहता है शेष गिरजाते है। सहनशीलता विकास का मुल आधार है। मुनिश्री ने मां बेटियां को धर्म ध्यान व सत्कार्यो से जुड़े रहने की प्रेरणा दी। कार्यक्रम का शुभारंभ कन्या मंडल के गीत से हुआ । इस अवसर पर तेरापंथ महिला मंडल कि कार्यकारी अध्यक्षा अलका सुराणा संरक्षिका सुमन वेद वक्तव्य सुश्री गरिमा सेठिया, सुश्री साक्षी भंसाली,सुश्री प्रियंका छल्लानी आदि ने अपने विचार रखे। कन्या मंडल कि प्रभारी बबीता कोठारी ने आभार व संचालन सुश्री दिव्या नाहटा ने किया।