अजय भट्टाचार्य/ मुंबई। पांच से 12 वर्ष तक के बच्चों में नैतिक जागरण कर रहे विद्या विहार शिक्षा फाउंडेशन का पहला वार्षिक समारोह 26 जनवरी को जुहू विद्यानिधि शिक्षण संकुल स्थित किशनचंद वालेचा सभागार में शाम 4 से 7 बजे तक आयोजित किया गया है। ‘इंद्रधनुष – 2023’ नामक इस सांस्कृतिकआयोजन में फाउंडेशन के सभी 6 केंद्रों के बच्चे यह प्रदर्शित करेंगे कि उन्होंने वर्ष के दौरान श्लोक, संस्कृत, मूल्य, क्षेत्रीय गीत, नृत्य और नाटक के दौरान क्या सीखा है।
इस अवसर पर फिल्म अभिनेता सुरेश ओबेराय विशेष रूप से मौजूद रहेंगे। विद्या विहार शिक्षा फाउंडेशन को पश्चिमीकरण और अत्यधिक मीडिया जोखिम के समय में जड़ों से जुड़ने के लिए समाज की आवश्यकता के जवाब में बनाया गया था। तीन उद्यमी, शिक्षित महिलाओं, डॉ. निर्मला पेरिवाल, श्रीमती मंजू केडिया और डॉ. साधना मोध ने इस संगठन की स्थापना स्वर्णिम भारत की महिमा – मूल्यों, संस्कृति, हिंदू धर्म, राष्ट्रीय गौरव और देशभक्ति को पुनः स्थापित करने की दृष्टि से की थी। विरासत केंद्रों की कक्षाओं के माध्यम से इसे बच्चों (5-12 वर्ष के बच्चों) तक पहुँचाना मुख्य लक्ष्य था। ताकि देश के बच्चे, विशेष रूप से शहरी क्षेत्रों से, भविष्य और हमारे गौरवशाली अतीत के बीच लापता कड़ी को पा सकें।
संस्थापकों और दो शिक्षाविदों – सुश्री नीलम समदानी और डॉ. प्रियंका रजनी की एक कोर टीम ने सप्ताहांत के लिए एक पाठ्यक्रम तैयार किया जिसमें मौज-मस्ती, विभिन्न गतिविधियों से जुड़ाव और खेलों के माध्यम से बच्चे सीखने की प्रक्रिया में शामिल होकर ख़ुशी महसूस करें।
विद्या विहार शिक्षा फाउंडेशन का “इंद्रधनुष-2023” कल
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