मुंबई। देश के 40 करोड़ वनवासी समाज के उत्थान के लिए समर्पित संस्था एकल श्रीहरि वनवासी विकास ट्रस्ट द्वारा मुंबई में पहली बार महाभारत कथा का आयोजन गोरेगांव (प) बांगुर नगर स्थित विष्णु पार्क में सोमवार से जारी है। कथा का उद्घाटन महामण्डलेश्वर स्वामी विद्यानंद सरस्वती ने किया जबकि वीरेंंद्र याज्ञिक ने कथा के उद्देश्य पर प्रकाश डाला। संस्था के मुंबई अध्यक्ष विजय जी. केडिया ने कथा व्यास गोविन्ददेव गिरिजी महाराज व स्वामी विद्यानंद सरस्वती का स्वागत करते हुये कथा के विभिन्न प्रसंगों व सेवाओं के यजमानों और दानदाताओं का परिचय कराते हुये मुंबई में संस्था के कार्यों का ब्यौरा पेश किया। 25 दिसंबर तक प्रतिदिन दोपहर 3:30 बजे से सायं 7 बजे चलने वाली इस कथा के बारे में राष्ट्रीय संरक्षक सत्यनारायण काबरा ने अपने संबोधन में रहस्योद्घाटन किया कि मुंबई के कथा इतिहास में पहली बार महाभारत कथा हो रही है। इससे पहले कभी भी महाभारत कथा नहीं हुई। क्योंकि गलत किंवदंतियों के चलते लोग महाभारत कथा कराने से डरते थे। इस दिन व्यासपीठ से महाभारत उपक्रम, ययाति कथा से भीष्म चरित्र तक विवेचन किया गया। दूसरे दिन पांडव जन्म, कृष्ण जन्मोत्सव आदि प्रसंगों पर विस्तार से प्रबोधन किया गया। इस अवसर पर गोपाल कंदोई, नारायण करवा, सुरेंंद्र विकल सहित संस्था के पदाधिकारी व बड़ी संख्या में श्रोता मौजूद रहे । इस धार्मिक आयोजन की मुख्य यजमान श्रीमती वर्षा पवन मल्लावत हैं। कथा का सीधा प्रसारण भक्ति सागर चैनल पर किया जा रहा है।