ठाणे। तेरापंथ भवन के भव्य हॉल में तपस्या और धर्म साधना की निर्मल गंगा अविरल गतिमान है। ठाणे में अब तक की तपस्या के सारे रिकॉर्ड टूट चुके है। गुरुवर महाश्रमणजी के चरणों मे भेट हेतु तपस्या के गुलदस्ते का गुम्फन हो रहा है। शासनश्री साध्वीश्री जिनरेखाजी का सानिध्य और साध्वी श्वेतप्रभाजी की प्रेरणा तपस्वियों का मनोबल बढ़ा रही है। 52 बड़ी तपस्या प्रगतिमान है।
मंगलाचरण ठाणे सभा के प्रतिनिधि द्वारा और भांडुप महिला मंडल द्वारा संगान किया गया उपरांत स्वागत मुंबई महिला मंडल कार्यकारिणी सदस्य रमिला बडाला व श्रीमति रंजना बाफना संयोजिका कोपरी महिला मंडल ने किया ।
साध्वीश्रीजी ने प्रभावी प्रवचन में फ़रमाया, शुद्ध और शुभ भावो के साथ व्यक्ति तप और संयम की साधना करे तोअध्यात्म रूपी पतवार द्वारा भव समुद्र को पार कर सकता है। भगवान महावीर की बाल अवस्था से यौवन अवस्था की घटनाएं बड़ी सुंदर शब्दो मे प्रस्तुत की।
साध्वीश्री मधुरयशाजी ने आज का विषय ध्यान पर अपने विचार रखे। धुन अर्हम अर्हम मेरी जुड़ी, यह सफल मंत्र की बुटी जड़ी गीतिका का सामूहिक संगान किया। सभा सप्तमंडल सदस्य
विनोदजी ओस्तवाल व सभा वरिष्ठ उपाध्यक्ष लक्ष्मीलालजी सिंघवी ने अपने विचार रखे आभार थाने सिटीतेयुप मंत्री रितेश रांका ने किया।
पर्युषण महापर्वः ठाणे में तपस्या के अब तक के रिकॉर्ड टूटे
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