पालघर। अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल के तत्वावधान में तेरापंथ महिला मंडल पालघर द्वारा रूपातंरण कार्यशाला का आयोजन उपासक प्राध्यापक श्री. डालमचंद जी नौलखा एवं उपासक श्री. महावीर जी सा चौरडिया के सान्निध्य में शनिवार 27 अगस्त को तेरापंथ भवन में आयोजित की गई।
उपासक श्री के द्वारा मंत्रोचार के साथ मंगलाचरण किया गया।
महिला मंडल अध्यक्षा श्रीमती अनोखाबाई बदामिया ने सभी का स्वागत किया।
वरिष्ठ उपासक प्राध्यापक श्रीमान डालमचंदजी सा नौलखा ने “forgiveness =magical Relief” विषय पर प्रकाश डालते हुए कहा कि जो वेयर का अनुबंध होता है वह जन्म जन्म तक भव भव तक पीछा नहीं छोड़ता है, इसलिए यदि किसी से कोई बैर मनमुटाव हो गया है, तो उसे क्षमा मांग कर या क्षमा प्रदान कर अपने आप को हल्का करें अपनी आत्मा को हल्का करें। क्षमा करने में और क्षमा मांगने में क्यों आंतरिक शांति की अनुभूति होती है। गलती स्वीकार करके माफी मांग कर या किसी से गलती हो जाने पर उसे क्षमा करके बात वहीं खत्म करें। एक छोटी सी बात आगे जाकर बहुत बड़ा विकराल रूप ले सकती है इसे ना भूलें, क्षमा यदि आपके जीवन में प्रधान रहेगी तो अपने आप में होने वाले बदलाव को आप प्रत्यक्ष देख पाएंगे आप के भावों का परिवर्तन आपके स्वभाव का परिवर्तन खुद महसूस करेंगे।कार्यक्रम में अच्छी संख्या में महिला मंडल बहनों की उपस्थिति रही।
- समाचार प्रदाता दिनेश राठौड़।