वसई। तेरापंथ युवक परिषद वसई के द्वारा अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद के तत्वावधान में एवं साध्वी प्रज्ञा श्रीजी आदि ठाणा 4 के पावन सानिध्य में मंत्र दीक्षा का कार्यक्रम तेरापंथ भवन वसई में आयोजित किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत वसई ज्ञानशाला के द्वारा मंगलाचरण से हुई तथा उसके बाद पधारे हुए सभी महानुभावों का स्वागत मुख्य प्रशिक्षिका रेखा जी गुंदेचा के द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम में बोईसर, विरार, नालासोपारा वसई के ज्ञानशाला के बच्चों एवं प्रशिक्षिकाओ के साथ ही अनेक श्रावक-श्राविकाएं सम्मिलित हुए। साध्वी प्रज्ञा श्रीजी ने नमस्कार मंत्र का महत्व बताते हुए फरमाया कि आचार्य तुलसी के द्वारा प्रारंभ किया गया यह उपक्रम बच्चों के जीवन निर्माण का पहला सोपान है , संस्कारों के बीजारोपण का यह श्रेष्ठ उपक्रम है। सभी ज्ञानर्थियों को मंत्र दीक्षा के संकल्प करवाए। लगभग 100 ज्ञानार्थी और 30 प्रशिक्षिकाओं और अभिभावकों को मिलाकर 225 सदस्यों की अच्छी उपस्थिति रही।
साध्वी सरल प्रभा जी ने छोटी कहानी द्वारा बच्चों को संस्कार ज्ञान दिया। साध्वी विनय प्रभाजी एवं प्रतीक प्रभा जी के ने गीतिका द्वारा जीवन जीने की कला सिखाई। बोईसर, विरार, नालासोपारा एवं वसई से आये हुए ज्ञानार्थियों ने अपनी अपनी प्रस्तुति दी। तेरापंथ युवक परिषद वसई के अध्यक्ष कमलेश जी लोढा ने मंत्र दीक्षा क्या है और उसका क्या महत्व है यह समझाया और उसके अलावा जोन की संयोजिका जयश्री जी हिंगड एवं महाप्रज्ञ जोन की सहसंयोजिका हेमा जी ने अपने विचार व्यक्त किये।
सभी ज्ञानशालाओं के प्रभारी एवं वसई, विरार, नालासोपारा, बोईसर के सभा संस्थाओं के पदाधिकारी मौजूद रहे और कार्यक्रम का संचालन ज्योति जी संचेती ने किया तथा अंत में पधारे हुए सभी ज्ञानार्थियों और महानुभावों का आभार ज्ञापन नीलम जी चौहान ने किया।
वसई में साध्वी प्रज्ञा श्री जी के सानिध्य में मंत्र दीक्षा कार्यक्रम का आयोजन
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