कर्नाटक। अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल के तत्वावधान में तेरापंथ महिला मंडल विजयनगर द्वारा मुनि श्री अर्हतकुमार कुमार जी ठाणा 3 एवं मुनि श्री रश्मि कुमार जी ठाणा 2 के पावन सान्निध्य में दिनांक 5 जून 2022 को कर्नाटक स्तरीय प्रबुद्ध व्यक्तित्व सेमिनार 360 डिग्री इंपैक्ट कार्यशाला का आगाज स्थानीय अर्हम भवन में हुआ। कार्यकम का शुभारंभ मुनि वृन्द द्वारा नमस्कार महामंत्र तथा कन्या मंडल की कन्याओं द्वारा आदिनाथ भगवान की स्तुति से हुआ। विजय नगर महिला मंडल की अध्यक्ष प्रेम भंसाली द्वारा पघारे हुए गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया गया।
अध्यक्ष नीलम जी सेठिया की अध्यक्षता में प्रभुत्व व्यक्तित्व भारतीय जनता पार्टी के उद्योग प्रकोष्ठ के सह सचिव विक्रम जी जोशी, मनोचिकित्सक एवं लाइफ कोच डॉ शिखा जी शर्मा ऋषि्, लेखक एवं मोटिवेटर श्रेया जी कृष्णा, दैनिक पत्र दक्षिण भारत राष्ट्रमत के प्रधान संपादक श्री श्रीकांत जी पाराशर आदि गणमान्य व्यक्तित्वो की उपस्थिति में कार्यशाला के प्रतीक चिन्ह का अनावरण कर कार्यक्रम के उद्घाटन का शंखनाद हुआ।कार्यशाला की राष्ट्रीय संयोजक वीणा बैद,राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य,बेंगलुरु के सभी मंडल के पदाधिकारी गण एवं कार्यकारिणी के सदस्य सभा एवं तेयुप के सदस्य स्वागत हेतू उपस्थित थे। कार्यशाला में मंडल के मीडिया पार्टनर है बेंगलुरु और चेन्नई से एक साथ प्रकाशित होने वाला दैनिक पत्र दक्षिण भारत राष्ट्रमत ।
कार्यशाला के प्रथम सत्र का शुभारंभ राष्ट्रीय परामर्श मंडल की सदस्य लता जी जैन द्वारा साध्वी प्रमुखा श्री जी के मंगल संदेश वाचन के साथ हुआ। तत्पश्चात कार्यशाला की राष्ट्रीय संयोजिका बिना जी बैग में कार्यशाला की रूपरेखा तथा परिकल्पना की प्रस्तुति देते हुए कार्यशाला की उपयोगिता को बताया।
मुनि श्री रश्मि कुमार जी ने गीतिका के माध्यम से तनाव दूर करने में प्रेम और स्नेह का महत्व बताया। कार्यक्रम की प्रमुख वक्ता मनोचिकित्सक एवं लाइफ कोच शिखा जी शर्मा ऋषि का परिचय कोमल भंसाली द्वारा दिया गया। शिखा जी शर्मा ने अपने वक्तव्य के माध्यम से हमें बताया कि आज के भौतिकवादी युग में संसाधनों तथा उपकरणों की प्रचुरता ने हमारी श्रम शीलता के लिए चुनौती पैदा कर दी है ऐसे में हम किस प्रकार अपने शारीरिक और मानसिक और मानसिक स्वास्थ्य का सर्वांगीण विकास करे, प्रेरणा दी, इसके साथ ही उन्होंने कहा कोई भी तभी सफल और सशक्त बन सकता है जब वह अपने लक्ष्य के प्रति सजग और अटल रहे साथ ही प्रबुद्ध व्यक्तित्व की विशेषताओं का उल्लेख भी किया।
मुनि श्री अर्हत कुमार जी ने अपने प्रेरणा पाथेयमें कहा आज के तकनीकी युग में महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पुरुषों से कम नहीं है वह अपने कुशल चिंतन सजगता तथा विवेकशीलता से घर परिवार के साथ समाज को स्वस्थ संस्कारों का सिंचिन कर सकती है। बृहद बेंगलुरु तेरापंथ महिला मंडल की सदस्यों द्वारा नारी के सम्मान में गीतिका की प्रस्तुति दी गई।
राष्ट्रीय अध्यक्ष नीलम जी सेठिया का परिचय विजय नगर मंडल की उपाध्यक्ष महिमा जी पटवारी द्वारा दिया गया । नीलम जी ने अपने वक्तव्य के माध्यम से संदेश दिया बेटे और बेटी को लेकर समाज में जो दुराव की भावना है उससे हम किस प्रकार बाहर निकल बेटे बेटी के बीच संतुलन पैदा कर सकते हैं।
प्रबुद्ध व्यक्तित्व के धनी श्री त्रिविक्रम जी जोशी का परिचय दिया कन्या मंडल की कन्या प्रिया बाबेल ने। श्री जोशी जी ने अपने उर्वरक वक्तव्य में संस्कृत के श्लोक द्वारा बताया कि किस प्रकार एक नारी माता दी बेटी बहन आदि विभिन्न दायित्व का निर्वाह करती है। कन्या भ्रूण हत्या जैसी समस्या जो एक जहर की भांति समाज में फैली हुई है उसकी आलोचना करते हुए बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ का संदेश दिया। व्यवसाय एवं परिवार के बीच संतुलन कैसे किया जाए जाए प्रेरणा दी। लेखक एवं मोटीवेटर श्रेया जी कृष्णन का परिचय कन्या मंडल की खुशी गांधी द्वारा दिया गया। आज की भागदौड़ की जिंदगी में हम स्वयं के लिए कुछ वक्त निकालकर किस प्रकार अपने व्यक्तित्व का निर्माण कर सकते हैं श्रेया जी ने इस के गुर सिखाए। कार्यशाला का कुशल संचालन बरखा पुगालिया द्वारा किया गया। मुनि श्री के मंगल पाठ से प्रथम सत्र का समापन किया गया।
कर्नाटक राज्य स्तरीय बुद्ध व्यक्तित्व कार्यशाला360डिग्री इंपैक्ट का आगाज हर्षोल्लास के साथ
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