- अभिनन्दन है लम्बी प्रतीक्षा के बाद आने वाले बसन्त का
- आचार्य भिक्षु अभिनिष्क्रमण दिवस
होसकोटे बैंगलोर। युगप्रधान आचार्य श्री महाश्रमणजी के शिष्य मुनिश्री अर्हतकुमारजी ठाणा 3 का बेंगलुरु में रामनवमी एवं तेरापंथ के प्रवर्तक आचार्य भिक्षु के अभिनिष्क्रमण के पावन दिवस पर प्रवेश हुआ। मुनि श्री के आगमन से बेंगलुरु समाज का ह्रदय आनंद हिलोरे ले रहा है। मुनि श्री ने सभा को संबोधित करते हुए फरमाया संतों का योग व उनका सान्निध्य प्राप्त होना भाग्य नहीं सौभाग्य का सूचक है। बसन्त जब आता है, प्रकृति मुस्कुराती है और जब सन्त आते है, तो संस्कृति मुस्कुराती है। गुरुदेव की कृपा से गांधीनगर, बेंगलुरु नगर के चातुर्मास का पावन अवसर मिला है। आज रामनवमी है। भगवान राम मर्यादा पुरुषोत्तम कहलाएं। जब राम का राज्याभिषेक होने का अवसर था व अचानक मिले वनवास के आदेश से भी राम के चेहरे पर कोई भी फर्क नही आया। राम ने अपने पिता की कीर्ति को उज्जवल बनाने के लिए वनवास भी स्वीकार कर लिया। हमें सीखना है संघ प्रभावना हेतु हमें कुछ भी बलिदान करना पड़े तो हम हंसते-हंसते तैयार रहे। आचार्य भिक्षु मर्यादा के शिखर पुरुष थे। जिन्होंने कभी मर्यादाओं से समझौता नहीं किया। उनके जीवन से हमें प्रेरणा लेनी है की विकट से विकट परिस्थितियों में भी हम मर्यादा में बने रहे। फूलों की नगरी बेंगलुरु अध्यात्म की सौरभ से सुरभीत हो जाए। यह चातुर्मास हमारी आत्म जागृति का सेतु बने। हमारी आत्मा परमात्मा की ओर महाप्रस्थान करें।
मुनि श्री भरतकुमारजी ने कहा भगवान राम की मर्यादा, आचार्य भिक्षु का त्याग, संयम सत्य मुनि श्री अर्हतकुमारजी का संयम इस त्रिवेणी से हम अपनी आत्मा की चेतना को उजागर कर सकते हैं। मुनि श्री जयदीपकुमारजी ने कहा कि हमें भीतर की क्रांति कर अंतरस मौजूद परम शांति को प्राप्त करना है। आचार्य भिक्षु ने जो हमारे लिए रास्ता प्रशस्त किया है उसी पर हमें अभिराम बढ़ते रहना है। कार्यक्रम का शुभारंभ होसकोटे महिला मंडल के मंगलाचरण से हुआ। होसकोटे सभाध्यक्ष इन्द्रचन्द धोका ने स्वागत स्वागत वक्तव्य दिया। बैंगलोर गांधीनगर सभा अध्यक्ष सुरेश दक ने अपना ओजस्वी वक्तव्य दिया। तेयुप बेंगलुरु भजन मंडली प्रज्ञा संगीत सुधा व महिला मंडल गांधीनगर ने भक्ति गीत का संगान किया। राजाजीनगर सभा अध्यक्ष शांतिलाल पितलिया, महिला मंडल अध्यक्षा स्वर्णमाला पोखरणा, तेयुप अध्यक्ष विनय वैद, अणुव्रत महासमिति सहमंत्री श्री कन्हैयालाल चिप्पड़, टीपीएफ प्रधान ट्रस्टी माणक बलदोटा ने भी वक्तव्य दिया। आगामी अक्षय तृतीया का आयोजन हेतु मुनि श्री ने राजाजी नगर हेतु करने की घोषणा की। मुनि श्री की प्रेरणा से टीपीएफ द्वारा विश्व शांति हेतु लोगस्स जाप अनुष्ठान का बेनर अनावरण किया गया। यह विश्व शांति जप अनुष्ठान 12 जुलाई से 08 सितंबर 2022 तक हर व्यक्ति सत्ताइस लोगस्स का जप करे, यह सवा करोड़ का अभियान है। हर व्यक्ति इससे जुड़े ऐसी प्रेरणा प्रदान मुनिश्री ने की।
विशाल जनमेदिनी के साथ कार्यक्रम के पश्चात मुनिश्री ने कार्यक्रम स्थल से विहार कर बैंगलोर शहर की सीमा में जुलूस के साथ प्रवेश किया। इस अवसर पर श्री अभयराज कोठारी, महावीर धोका, राजेन्द्र बैद, बाबुलाल बाफना, प्रवीण बोहरा, सरस्वती बाफना, शान्तिलाल पोरवाल, हरकचंद ओस्तवाल, महावीर ओस्तवाल के साथ बैंगलोर, होसकोटे, केजिफ व अनेक क्षेत्रों से श्रावक श्राविका उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन धर्मीचंद धोका व नवनीत मुथा ने किया।