चेन्नई। श्री जैन श्वेतांबर तेरापंथी सभा, चेन्नई के तत्वावधान में अहिंसा यात्रा समापन के अवसर पर लगभग 160 व्यक्तियों का गुरु दर्शन हवाई यात्रा संघ चेन्नई से 25 मार्च को प्रातः राजधानी दिल्ली के लिए रवाना हुआ।
आचार्य श्री महाश्रमणजी की अहिंसा यात्रा 9 नवंबर 2014 दिल्ली के लाल किले से प्रारंभ हुई एवं 27 मार्च 2022 को लगभग 7 वर्ष बाद दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में परीसंपन्न हुई। अहिंसा यात्रा में पूज्य गुरुदेव ने 3 देशों के साथ भारत के बहुत्तर भूभाग की लगभग 18000 किलोमीटर पदयात्रा हुई। अहिंसा यात्रा में नैतिकता, नशा मुक्ति और सद्भावना त्रिआयामी उद्देश्य के साथ संपूर्ण मानव जाति के लिए सफलतम ऐतिहासिक लोक कल्याणकारी बनी। इस यात्रा से हजारों हजारों लोग नशा मुक्ति की ओर अग्रसर हुए। समापन समारोह में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिडला, सुधांशु त्रिवेदी, केन्द्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल इत्यादि ने उपस्थित हो कर एवं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, तमिलनाडु के पुर्व मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी एवं कई राज्यों के राज्यपाल, मुख्यमंत्रीयों ने विड़ीयों संदेश के माध्यम से शुभकामना संदेश सम्प्रेषित कियें। सोमवार को माननीय राष्ट्रपति महोदय श्री रामनाथ कोविंद ने आचार्य श्री महाश्रमण एवं उनकी धवल सेना का राजभवन में अभिनन्दन किया और देश के सामाजिक, नैतिक आध्यात्मिक उत्थान में अणुव्रत एवं अहिंसा यात्रा की सहभागिता के लिए आभार व्यक्त किया।
गुरुदेव के सान्निध्य में चेन्नई श्रावक समाज की ओर से यात्रा संयोजक श्री विमल चिपड, तेरापंथ सभा मंत्री श्री गजेंद्र खांटेड, अभातेयुप राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री रमेश डागा ने अपने विचारों की प्रस्तुति दी। प्रचार प्रसार प्रभारी स्वरूप चन्द दाँती ने बताया कि चार दिवसीय इस यात्रा में तेरापंथ सभा के पुर्वाध्यक्ष श्री अमरचंद लूंकड़, श्री धर्मचंद लूंकड, श्री पुखराज बडोला, उपाध्यक्ष श्री केवलचन्द माण्डोत, कोषाध्यक्ष श्री अनिल सेठिया, श्री विनोद डांगरा, अणुव्रत समिति उपाध्यक्ष नरेन्द्र भण्डारी, तेयुप पुर्वाध्यक्ष प्रवीण सुराणा, सहमंत्री सन्दीप मुथा, महिला मण्डल अध्यक्षा श्रीमती पुष्पा हिरण, श्री चन्द्रप्रकाश छल्लाणी, श्री सुभाष मरलेचा, श्री महेन्द्र मुथा, सजीव आदि महानुभावों का विशेष सहयोग रहा।