बहराइच:यूपी विधानसभा चुनाव में लगातार चुनाव प्रचार में लगे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को बहराइच में चुनावी जनसभा को संबोधित किया। पीएम मोदी के निशाने पर इस दौरान केवल समाजवादी पार्टी और उसके मुखिया अखिलेश यादव रहे। उन्होंने अखिलेश का नाम तो नहीं लिया लेकिन बार-बार परिवारवादी कहकर संबोधित किया।
पीएम ने भाजपा की योजनाओं का बखान करते हुए कहा कि दोबारा सपा की सरकार बनी तो योजनाएं बंद हो जाएंगी। माफियावादियों को मौका मिला तो ये लोग गांव गरीब की योजनाओं को बंद कर देंगे। इन्हें मौका मिला तो बदला लेने की फिराक में हैं। ये लोग कमीशन, क्राइम, कब्जेजारी फिर से करने लगेंगे।
पीएम मोदी ने कहा कि यूपी के लोगों ने लगातार तीन बार (2014, 2017, 2019) में परिवारवादियों को हराया है। इस बार भी परिवारवादियों को हराने की तैयारी कर चुके हैं। पीएम मोदी ने कहा कि यूपी में आपके लिए नए रास्ते खुल रहे हैं। बच्चों को अच्छी शिक्षा देने के लिए स्कूलों की स्थिति सुधारी जा रही है। पांच साल में कानून व्यवस्था की स्थिति बेहतर हुई है। सरकार लोगों को मुद्रा योजना और स्टार्टअप के लिए पैसे दे रही है। पांच लाख रुपये तक के इलाज की मुफ्त सुविधा दी जा रही है। गांव में भी वेलनेस सेंटर खुल रहे हैं। यह सब बिना भेदभाव और बिना तुष्टिकरण हो रहा है।
लोगों को सुरक्षा का कवच भी दिया गया
पीएम मोदी ने कहा कि गरीब के घर में अनहोनी हो जाए तो उस परिवार पर क्या बीतती है। पैसे की कमी गरीब पर दोहरा संकट ला देती है। इसी को ध्यान में रखकर प्रधानमंत्री जीवन ज्योति योजना और प्रधानमंत्री सुरक्षा योजना शुरू की है। प्रीमियम भी एक योजना के लिए केवल 90 पैसे और दूसरी योजना के लिए एक महीने का एक रुपया रखा गया। इन योजनाओं के माध्यम से गरीब को दो-दो लाख रुपये का सुरक्षा कवर दिया गया। यूपी के साढ़े चार करोड़ गरीब इस योजना से जुड़े हुए हैं। इस योजना से गरीबों को एक हजार करोड़ की मदद मिली है।
गरीबों के लिए अन्न का भंडार खोल दिया गया
पीएम मोदी ने कहा कि हमारी सरकार संकट के समय कभी भी किसी का साथ नहीं छोड़ती बल्कि गरीब का संबल बनकर खड़ी रहती है। गरीबों के लिए इसी संवेदनशीलता को कोरोना के काल में आपने देखा और महसूस किया है। ऐसे संकट के समय हमारी सरकार लोगों की जिंदगी बचाने की कोशिश में जुटी रही। कोई गरीब भूखा न रहे इसकी कोशिश हुई। अन्न के भंडार खोल दिये गए। दुनिया को आश्चर्य होता है कि 80 करोड़ और यूपी में 15 करोड़ लोगों को मुफ्त में राशन पहुंचा है। गरीब आज भाजपा को आशीर्वाद दे रहा है।
वैक्सीन के नाम पर भड़काने का काम किया
पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना जैसे संकट के समय हमारी सरकार ने इस बात पर जोर दिया कि कोई भी नागरिक वैक्सीन से छूट न जाए। किसी को टीका लगाने के लिए कोई खर्चा नहीं देना पड़ा है। इतना बड़ा सेवा काम इतने कम समय में पूरा किया गया है। इतने बड़े काम में भी घोर परिवारवादियों ने जनता को भरमाने का काम किया। उन्हें भड़काने का काम किया है। यहां तक कह दिया कि वैक्सीन तो भाजपा की है। आपने उनकी एक बात नहीं सुनी। जैसे वैक्सीन में उनकी बात नहीं सुनी, वैसे चुनाव में भी मत सुनना।
समाजवाद के नाम पर वोट बटोरे और धन लूटा
पीएम मोदी ने कहा कि इन लोगों ने दशकों तक गरीबी हटाओ और समाजवाद के नाम पर वोट बटोरे और धन लूटा। यूपी में हमसे पहले सत्ता में रहे लोगों ने गरीबों को गरीबी से लड़ने के लिए न अस्त्र दिये न शस्त्र दिये। हम लोगों ने गरीबों के लिए बैंकों के दरवाजे खोल दिये। जनधन खाते के साथ मोबाइल को जोड़ने से सुरक्षा चक्र मजबूत हो गया। आप जितनी ताकत हमें देंगे, हम उतने ही मजबूत फैसले लेंगे।
दशकों से घोर परिवारवादी केवल नारों से काम चला रहे थे। आज कल ये लोग नौकरी को लेकर बड़े-बड़े दावे कर रहे हैं। योगी जी ने पांच साल में पांच लाख युवाओं को सरकारी नौकरी दी। योगी के आने से पहले दस साल में केवल दो लाख लोगों को ही नौकरी दी थी। तब नौकरी के लिए भी सिफारिश लगानी पड़ती थी।
गरीब मां को अपनी जमीन गिरवी रखकर बेटे के इंटरव्यू के लिए पैसे देने होते थे। ग्रुप बी और ग्रुप सी की नौकरियों में इंटरव्यू भी खत्म करने का निर्णय हम लोगों ने लिया है। परिवारवादी लोग किसानों की भी बातें कर रहे हैं। ये वो लोग हैं, जिन्होंने यूपी में दर्जनों चीनी मिलों को बंद कर दिया। यूरिया और खाद के लिए किसानों पर डंडे चलवाए। किसानों को गन्ने की पर्ची के लिए तरसा देते थे।
सारा खेल खुल चुका है
परिवारवादियों ने आतंकी हमला करने वालों पर अपना प्यार उमेड़ा है। आतंकियों को रिहा करने का पक्का फैसला करके बैठे थे। समाजवादी सरकार आतंकी संगठनों पर पाबंदी लगाने के सख्त खिलाफ थी। जो लोग देश की सुरक्षा तो ताक पर रखते हैं, वह यूपी का भला नहीं कर सकते। पीएम मोदी ने लोगों से पूछा कि जो बम धमाके करके निर्दोष लोगों को मौत के घाट उतार दे, ऐसे लोगों को फांसी होनी चाहिए या नहीं। अभी दो दिन पहले अहमदाबाद कोर्ट ने आतंकी घटना करने वाले अनेक लोगों को फांसी की सजा सुनाई। लेकिन परिवारवादी लोग चुप बैठे हैं। इन्हें मालूम है कि सारा खेल जनता के सामने खुल चुका है। कौन किसकी मदद कर रहा था, सभी को पता चल चुका है।