मुंबई :नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने शनिवार को भारतीय नौसेना के साथ मिलकर एक बड़े ऑपरेशन को अंजाम दिया है। पाकिस्तान के रास्ते से आ रहा 2000 करोड़ा का ड्रग्स जब्त किया गया है। एनसीबी ने नौसेना के साथ मिलकर अरब सागर में एक जहाज से 2,000 करोड़ रुपये का ड्रग्स जब्त किया है। एनसीबी के पास खुफिया जानकारी थी कि भारी मात्रा में ड्रग्स ले जाने वाली दो बड़ी नावें, जो अरब सागर से गुजरात या मुंबई की ओर जा रहे थे।
यह ऑपरेशन भारतीय नौसेना के सहयोग से उप महानिदेशक (डीडीजी) संजय कुमार सिंह के नेतृत्व में एनसीबी ने किया गया था। वहीं, भारतीय नौसेना के प्रवक्ता के मुताबिक इसे बड़ी सफलता के तौर पर देखा जा रहा है।
इस हफ्ते समुद्र में निगाहें जमाने के बाद NCB और भारतीय नौसेना के जहाज ने भारत के EEZ के बाहर दो नावों को देखा, जो तट से 200 समुद्री मील की दूरी था। इसके बाद भारतीय नौसेना की नाव उनका पीछा कर रही थी, तस्कर कथित तौर पर एक नाव को छोड़कर दूसरी नाव में भाग गए। जांच के दौरान, एनसीबी को 525 किलोग्राम बहुत उच्च गुणवत्ता वाली हशीश और 234 किलोग्राम बेहतरीन गुणवत्ता वाला क्रिस्टल मेथमफेटामाइन मिला, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत लगभग 2,000 करोड़ रुपये थी।
एनसीबी के महानिदेशक एसएन प्रधान ने कहा कि एनसीबी या अन्य जांच एजेंसियों के इतिहास में यह पहला ऐसा ऑपरेशन है, जब समुद्र में इतनी भारी मात्रा में जब्ती की गई हो। यह एक बड़ी सफलता है”।
वहीं, नाम न बताने की शर्त पर एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि समुद्र में मिली नाव पर ‘उर्दू’ का कुछ शिलालेख है। खुफिया जानकारी से पता चलता है कि ड्रग्स पाकिस्तान से भेजे गए थे और भारत के लिए थे।
वहीं, शनिवारर को एक अन्य ऑपरेशन में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। एनसीबी ने 4 महीने तक चलाए गए अपने लंबे ऑपरेशन के बाद डार्कनेट (Darknet) पर चलाए जा रहे ड्रग्स तस्करी के बड़े रैकेट का पर्दाफाश किया है। एनसीबी ने इस दौरान कुल 22 सक्रिय सदस्यों को गिरफ्तार किया है।
खुलासा हुआ है कि इनमें से कुछ लोगों का कनेक्शन यूनाइटेड स्टेट्स, यूनाइडेट किंगडम, नीदरलैंड और पोलैंड से भी है। एक चौंकाने वाली बात यह भी है कि इस ऑपरेशन के दौरान एनसीबी के अधिकारी को भी पकड़ा गया है। एनसीबी अधिकारी पर आरोप है कि उसने मुख्य आरोपी से मिलीभगत कर सबूत मिटाने की कोशिश की थी।
इस तस्करी में शामिल 20 से ज्यादा लोगों की गिरफ्तारी के लिए एनसीबी ने कई स्थानों पर छापेमारी की थी। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, असम, दिल्ली-एनसीआर, पंजाब, झारखंड, पश्चिम बंगाल, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में छापेमारी की थी।
बताया जा रहा है कि एनसीबी का यह ऑपरेशन चार महीने पहले कोलकाता जोनल यूनिट के साथ शुरू हुआ। इसके बाद आगे इसे दिल्ली जोनल यूनिट ने ले लिया। जिन 22 लोगों को ड्रग्स कंट्रोल ब्यूरो ने गिरफ्तार किया है वो सभी डार्कनेट ड्रग्स ट्रैफिकंग रिंग के सदस्य थे। डार्कनेट पर इनके नाम अलग-अलग थे। मसलन- The Orient Express, DNM India, और Dread शामिल है।