नई दिल्ली:जिम्बाब्वे की टीम के पूर्व कप्तान ब्रेंडन टेलर पर इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल यानी आईसीसी ने बैन लगाया है। ब्रेंडन टेलर को हर प्रकार की क्रिकेट से साढ़े तीन साल के लिए बैन किया गया है। ब्रेंडन टेलर ने खुद पर लगे चार आरोपों को स्वीकार किया है, जिसमें तीन आईसीसी एंटी करप्शन कोड से संबंधित आरोप थे, जबकि एक आरोप आईसीसी एंटी डोपिंग कोड से संबंधित था। इसी वजह से ब्रेंडन टेलर को साढ़े तीन साल के लिए क्रिकेट की हर विधा से दूर रहना होगा।
ब्रेंडन टेलर ने हाल ही में इस बात को स्वीकार किया था कि मैच फिक्सिंग के लिए उन्हें अप्रोच किया गया था, लेकिन उन्होंने इस तरह का कोई काम नहीं किया था। हालांकि, उन्होंने इस बात की जानकारी अपने देश के क्रिकेट बोर्ड और आईसीसी को नहीं दी थी। वे जानते थे कि उनके खिलाफ कार्रवाई जरूर होगी। उन्होंने खुलासा किया था कि भारत में उनको एक पार्टी में बुलाया गया था, जहां उन्हें ब्लैकमेल करते हुए उनसे फिक्सिंग कराने की बात कही गई थी।
टेलर ने आईसीसी की एंटी करप्शन कोड को तोड़ने को स्वीकार किया है। आईसीसी की आचार संहिता के अनुच्छेद 2.4.2 (फिक्सिंग के लिए अप्रोच किए जाने की बातों को छुपाना), 2.4.3 (750 डॉलर से ज्यादा की रकम के गिफ्ट या फिर कुछ अन्य सामान लेना), अनुच्छेद 2.4.4 (एसीयू को फिक्सिंग के लिए अप्रोच करने वालों की पूरी जानकारी न देना) और आर्टिकल 2.4.7 (एसीयू की जांच में बाधा डालना) का दोषी पाया गया है और उन्होंने ये आरोप स्वीकार भी किए हैं।
इसके अलावा ब्रेंडन टेलर को 8 सितंबर 2021 को कोकिन का सेवन करने के लिए एंटी डोपिंग कोड के तहत भी दोषी पाया गया है। उनका डोपिंग टेस्ट पॉजिटिव पाया गया है। इस मामले में उनकी सजा इसलिए भी कम की गई है, क्योंकि उन्होंने कोकिन का सेवन सीरीज के बाद में किया था। इसके कुछ दिनों के बाद ही उन्होंने संन्यास की घोषणा कर दी थी। एंटी डोपिंग मामले में उनको एक महीने के लिए सस्पेंड किया गया है। ब्रेंडन टेलर 28 जुलाई 2025 के बाद ही किसी तरह की क्रिकेट गतिविधियों में शामिल हो पाएंगे।