नई दिल्ली:जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ चलाए जा रहे व्यापक अभियान का असर दिखने लगा है और अब न सिर्फ आतंकी हमलों में गिरावट आई है बल्कि घुसपैठ के मामले भी घटे हैं। सरकार ने बुधवार को संसद में इसकी जानकारी दी है। राज्यसभा में एक सवाल के लिखित जवाब में सरकार ने बताया है कि इस साल अब तक घुसपैठ के सिर्फ 28 ही मामले दर्ज किए गए हैं, जो कि बीते सालों की तुलना में काफी कम हैं।
वहीं, गृह मंत्रालय ने यह भी बताया कि साल 2018 में घाटी में आतंकवाद से जुड़े कुल 417 मामले आए थे। इस साल नवंबर माह तक के आंकड़ों को देखें तो यह संख्या 244 है।
मंत्रालय ने यह भी बताया कि कश्मीर में रहने वाले 115 कश्मीरी पंडितों के परिवार अक्टूबर 2021 में जम्मू जाकर बस गए हैं। हालांकि, इनमें से अधिकांश परिवार सरकारी कर्मचारियों के हैं, जिनमें से कुछ सर्दी की छुट्टियों के कारण जम्मू गए हैं।