लखनऊ:उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में निवेश करने वाले सभी उद्यमियों व कारोबारियों को भरोसा दिलाया है कि प्रदेश में उनका निवेश पूरी तरह से सुरक्षित रहेगा। इसकी वह गारंटी देते हैं। आर्थिक जगत को वर्तमान स्थिति को और बेहतर करने में प्रदेश सरकार उद्योगों को हर संभव सहयोग करेगी। उन्होंने कहा कि 54 राजमार्ग यूपी को नेपाल से जोड़ते हैं। इन्हें चार लेन का किया जा रहा है। इस साल तक गंगा एक्सप्रेस वे का निर्माण शुरू कर देंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब हम सत्ता में आए थे तो यूपी के बारे में लोगों की गलत गलत धारणाएं थी। उन्हें दूर करने में उद्योग जगत ने मदद की। प्रदेश में उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए सेक्टोरल पॉलिसी लाई गई। इसके अलावा श्रम कानून में सुधार किए गए। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना काल में चुनौतियां ज्यादा थीं लेकिन जब चुनौतियां सामने आती हैं और सभी मिलकर सामूहिक प्रयास करते हैं तो उसका परिणाम बेहतर रूप में सामने आता है। सामूहिक प्रयास का ही नतीजा है कि आज यूपी में पीपीई किट, एन-95 मास्क, सेनेटाइजर, पल्स ऑक्सीमीटर और अल्फारेड थर्मामीटर का निर्माण किया जा रहा है। यह हमारे उद्यमियों के पुरुषार्थ परिश्रम और जज्बे का प्रमाण है।
औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने कहा कि जरूरत पड़ने पर पॉलिसी में भी बदलाव किया जाएगा। एमएसएमई मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि निवेशकों के लिए सरकार ने कई जरूरी बदलाव किए हैं। जल्द ही नई एमएसएमई पॉलिसी भी लाई जा रही है। कार्यक्रम में आईडीसी आलोक टंडन, अपर मुख्य सचिव इंडस्ट्री आलोक कुमार अपर मुख्य सचिव एमएसएमई नवनीत सहगल के अलावा फिक्की से संगीता रेड्डी, उदय शंकर, जेके मोदी, रूद्र चटर्जी, शरद जयपुरिया, ज्योत्सना सूरी, राकेश शाह, उमाशंकर भरतिया, विपुलराय जैसे उद्यमियों ने शिरकत की।