नई दिल्ली:कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने महाराष्ट्र कांग्रेस के नेताओं को एनसीपी के साथ सीट बंटवारे को जल्द अंतिम रूप देने का निर्देश दिया है। महाराष्ट्र में दोनों दलों के बीच सीटों का पेंच ‘स्वाभिमानी पक्ष’ जैसी कुछ छोटी पार्टियों के लिए सीटें तय करने को लेकर फंसा हुआ है।
सोनिया से महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कुछ नेताओं ने मुलाकात की। एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि सोनिया ने बैठक में स्पष्ट रूप से कहा कि हम पूरी ताकत से चुनावी तैयारियों में जुट जाएं। उन्होंने सीट बंटवारे को जल्द से जल्द अंतिम रूप देने, चुनाव प्रचार अभियान शुरू करने और उम्मीदवारों का शीघ्र चयन करने का निर्देश दिया है।
महाराष्ट्र में अक्तूबर में विधानसभा चुनाव होने की संभावना है। नेता के मुताबिक नई पीसीसी बनने के बाद एनसीपी के साथ कई दौर की बातचीत हो चुकी है। कुछ हफ्ते पहले एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा था कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए उनकी पार्टी और कांग्रेस के बीच 288 विधानसभा सीटों में से 240 सीटों पर सहमति बन गई है।
प्रकाश आंबेडकर से चुनौती नहीं
2019 के लोकसभा चुनाव की तरह विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन को भाजपा-शिवसेना के साथ ही प्रकाश आंबेडकर के नेतृत्व वाले वंचित बहुजन अघाड़ी (वीबीए) से चुनौती मिल सकती है। इस बारे में पूछे जाने पर कांग्रेस नेता ने कहा, ‘लोकसभा चुनाव के बाद लोगों को पता चल चुका है कि प्रकाश आंबेडकर किसकी मदद कर रहे हैं। विधानसभा चुनाव में उनका कोई असर नहीं देखने को मिलेगा।’
पिछला चुनाव अलग-अलग लड़ा था
कांग्रेस और एनसीपी ने महाराष्ट्र में लगातार 15 वर्षों तक सत्ता साझा करने के बाद अक्तूबर 2014 का विधानसभा चुनाव अलग-अलग लड़ा था। कांग्रेस ने राज्य की कुल 288 विधानससभा सीटों में से 287, जबकि एनसीपी ने 278 पर उम्मीदवार उतारे थे। दोनों पार्टियों को क्रमश: 42 और 41 सीटों पर जीत मिली थी। वहीं, लोकसभा चुनाव-2019 में दोनों पार्टियां 48 सीटों पर साथ लड़ी थीं।