मुंबई। आचार्य श्री महाश्रमण के सान्निध्य में संस्था शिरोमणि जैन श्वेताम्बर तेरापंथी महासभा ने कोयम्बटूर में 155 वें मर्यादा महोत्सव के अवसर पर बोराणा निवासी मुंबई प्रवासी श्री शंकरलाल मुणोत को सम्मानित किया गया।
श्री मुणोत सेवाभावी एवं श्रद्धालु श्रावक हैं। बारहव्रत, अणुव्रत तथा शीलव्रत के आप साधक हैं। तेरापंथ धर्मसंघ एवं संघपति के प्रति आपकी अटूट आस्था, उच्च कोटि की धार्मिक भावना और उल्लेखनीय आन्तरिक श्रद्धा का मूल्यांकन करते हुए आचार्यश्री महाश्रमण जी ने आपको “श्रद्धानिष्ठ श्रावक के संबोधन से संबोधित किया है।
संयम एवं सीमाकरण करना आपकी जीवनशैली की विशेषता है। प्रतिदिन केवल 15 द्रव्यों का सेवन, चौबीसी स्तवन, दो सामायिक, जप तथा त्याग-प्रत्याख्यान आदि आपके नित्य धार्मिक क्रम हैं। चारित्रात्माओं की सेवा आप सदैव जागरूकता से पूर्ण मनोयोग से करते हैं।
विभिन्न संघीय एवं सामाजिक संस्थाओं में आपकी सक्रिय भूमिका रहती है। मुंबई की संस्थाओं द्वारा कई बार आपको सम्मानित भी किया गया है। आपके परिवार ने भी विभिन्न संघीय संस्थाओं में सक्रियता से अपना योगदान दे रहे हैं। आपके पुत्र श्री राजेन्द्र मुणोत गत तीन वर्षों से तेरापंथी महासभा के कार्यसमिति सदस्य के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
श्रद्धानिष्ठ श्रावक शंकरलाल मुणोत का हुआ सम्मान
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