हाल ही सम्पन्न पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव से पहले अगर भाजपा के खिलाफ कांग्रेस, सपा, बसपा और अन्य विपक्षी पार्टियों का प्रस्तावित महागठबंधन हो गया होता तो शायद राजस्थान, मध्य प्रदेश की सियासी तस्वीर कुछ और ही होती।
इन राज्यों में सरकारें कांग्रेस की अगुवाई में ही बनतीं मगर बहुमत स्पष्ट ही नहीं प्रचंड भी होता। चुनाव नतीजों के आंकड़े साफ बताते हैं-मध्य प्रदेश और राजस्थान दोनों ही राज्यों में कांग्रेस,सपा, बसपा को मिले कुल वोट भाजपा को मिले वोट से कहीं ज्यादा हैं।
अगर महागठबंधन हो गया होता तो छत्तीसगढ़ की अकलतरा विस सीट पर अजीत जोगी की बहू बसपा उम्मीदवार रिचा जोगी चुनाव न हारतीं। इस सीट पर भाजपा उम्मीदवार सौरभ सिंह को कुल 60502 वोट मिले जबकि रिचा जोगी नम्बर दो पर रहीं और उन्हें 58648 वोट मिले। तीसरे स्थान पर कांग्रेस के चुन्नीलाल साहू रहे जिन्हें 27667 वोट मिले, अगर कांग्रेस व बसपा उम्मीदवारों को मिले वोट जोड़ दें तो यह संख्या 86315 पर पहुंचती है जो कि भाजपा उम्मीदवार को मिले 60502 वोटों से कहीं ज्यादा है।
मध्य प्रदेश की बालाघाट विस सीट पर सपा उम्मीदवार अनुभा मुंजारे चुनाव जीत सकती थीं। अगर महागठबंधन के तहत वहां कांग्रेस का उम्मीदवार मैदान में न होता और कांग्रेस के वोट सपा उम्मीदवार को मिले होते। इस सीट पर भाजपा के गौरीशंकर चतुर्भुज बिसेन 73476 वोटों से जीते जबकि सपा उम्मीदवार को 45822 और कांग्रेस के विशेश्वर भगत को 28701 वोट मिले। अगर इन दोनों के वोट जोड़ें तो यह संख्या 74523 होती है।
मध्य प्रदेश की एक और विधान सभा सीट है अटेर जहां भाजपा उम्मीदवार अरविन्द सिंह भदौरिया इसलिए जीते क्योंकि वहां कांग्रेस और बसपा दोनों ने ही अपने-अपने उम्मीदवार उतारे थे। भाजपा उम्मीदवार को यहां कुल 58928 वोट मिले जबकि कांग्रेस के हेमंत सत्यदेव कटारे को 53950 और बसपा के संजीव बघेल को 16585 वोट मिले। कांग्रेस और बसपा उम्मीदवारों को मिले वोट जोड़ें तो यह संख्या 70533 होती है जो कि भाजपा उम्मीदवार को मिले वोटों पर भारी पड़ती है।
मध्य प्रदेश की ही विधान सभा सीट अमरपाटन पर भाजपा के उम्मीदवार 59836 वोटों से जीते जबकि नंबर दो पर कांग्रेस के डा. राजेन्द्र कुमार सिंह दादाभाई रहे जिन्हें 56089 वोट मिले और नम्बर तीन पर आए बसपा के छंगेजाल कोल जिन्हें 37918 वोट मिले। राजस्थान की अम्बेडर विस सीट पर भाजपा के सतीश पूनिया 93132 वोटों से जीते। यहां नम्बर दो पर रहे कांग्रेस के प्रशांत शर्मा जिन्हें 79856 वोट मिले जबकि नम्बर तीन पर रहे बसपा के नवीन पिलानिया जिन्हें 15994 वोट मिले। कांग्रेस और बसपा उम्मीदवारों को मिले वोट जोड़ें तो यह संख्या 95850 पहुंचती है जो कि भाजपा उम्मीदवार को मिले वोटों से ज्यादा है।
भाजपा के खिलाफ अलग-अलग लड़ने पर कांग्रेस, बसपा व सपा को मिले वोट
छत्तीसगढ़
पार्टी कुल कितने वोट मिले वोट प्रतिशत कितने प्रत्याशी जीते
भाजपा 4707141 33.0% 15
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कांग्रेस 6444192 43.0% 68
बसपा 552313 3.9% 00
सपा 28983 0.2% 00
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कुल योग- 69957 88 47.1% 68
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मध्य प्रदेश
भाजपा 15642930 41.0% 109
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कांग्रेस 15595153 40.9% 114
बसपा 1911642 5.0% 2
सपा 496025 1.3% 1
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कुल योग 17902820 47.2% 117
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राजस्थान
भाजपा 1375751 38.3% 73
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कांग्रेस 13935201 39.3% 99
बसपा 1410995 4.0% 6
सपा 65160 0.2% 00
रालोद 116320 0.3% 1
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कुल योग – 15526767 43.8% 106
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