गदग। तेरापंथ सभा भवन, गदक में आचार्य श्री महाश्रमण जी के शिष्य शासन श्री साध्वी पद्मावती जी के सानिध्य में ज्ञानशाला दिवस मनाया गया शासन श्री साध्वी पद्मावती जी ने कहा ज्ञानशाला का अर्थ है आपने आपको भावित करना। भावी पीढ़ी का आधार स्तंभ है ज्ञानशाला। भविष्य के कर्णधार है। यह भीतर में नई चेतना जगाने का अच्छा उपक्रम है। संस्कारों की पाठशाला है। आचार्य श्री तुलसी का यह आधा जीवन निर्माण व विकास का अच्छा उपाय है, यह संस्कारों की विटामिन है।
डॉक्टर साध्वी गवेषणा ने कहा बच्चों का सुधार भविष्य का सुधार है यदि शुभ भविष्य चाहते हो तो ज्ञानशाला आवश्यक है जीवन की मधुरम धारा में गुलशन बन खिले इसके ज्ञानशाला जरूरी हैं। साध्वी मंयकप्रभा ने कहा फूल और बच्चे सृष्टि की सुंदरता कृति हैं। ज्ञानशाला चार अक्षर का शब्द है इसमें बहुत बड़ा रहस्य छिपा हुआ है! ज्ञान का विकास करना, नमृता को धारण करना, शालीन बनना और लाजवाब होना।
साध्वी मेरूप्रभा व साध्वी दक्ष प्रभा ने मधुर गीतिका प्रस्तुत की। ज्ञानशाला का कार्यक्रम आस्था संकलेचा , परी, देशना, प्रेरणा जीरावला बच्चों के अर्हम की वंदना से शुरू हुआ। ज्ञानशाला के संयोजक सुरेश जी कोठा ने बच्चों को प्रेरणा देते हुए माता पिता को ज्ञान शाला में बच्चों को भेजने के लिए आह्वान किया ज्ञानशाला के मुख्य प्रशिक्षिका शोभा संकलेचा ने भी अपने विचार रखे सुनो ना मम्मी डैडी का गीत एक्शन सोंग के साथ ही छवि हीत्वी भंसाली खुशी सालेचा सेजल जीरावला ने किया ज्ञानशाला में हमने क्या खोया क्या क्या पाया कि सुंदर कार्यक्रम की प्रस्तुति प्रीत कोठारी देव हर्सिल प्रणव जीरावला रोहन जय सालेचा सुजल श्रेयांस भंसाली दी।
कोप्पल सभाध्यक्ष श्री पारसमल जी जीरावला ने अपने विचार रखे। कार्यक्रम का आभार ज्ञापन विजेता भंसाली ने किया। कार्यक्रम का कुशल संचालन सारिका संकलेचा ने किया। ज्ञानशाला के बच्चों को कोप्पल वासी श्रीमान सोहन लाल जी पारसमल जी जीरावला की ओर से प्रोत्साहित किया गया विमला कोठारी शोभा संकलेचा संतोष जीरावला सारिका संकलेचा विजेता भंसाली प्रशिक्षिकाओं का पूरा योगदान रहा। युवक परिषद अध्यक्ष दिनेश जी संकलेचा का पूरा सहयोग रहा और शानदार रैली का आयोजन किया गया।
भावी पीढ़ी का आधार स्तंभ ज्ञानशाला सानिध्यः शासन श्री साध्वी पद्मावती जी
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