इस्लामाबाद:पाकिस्तान में आम जनता के स्थिति बेहद खराब हैं। गरीबी तेजी से बढ़ रही है। महंगाई आसमान छू रही है। हालात ऐसे हैं कि आम परिवार की आमदनी का बड़ा हिस्सा सिर्फ दो वक्त के खाने में ही खर्च हो रहा है।
इमरान की सरकार के नेतृत्व में चल रही सरकार की गलत नीतियों के कारण आर्थिक कंगाली तेजी से बढ़ने के बाद अब कोरोना महामारी से अर्थव्यवस्था पूरी तरह पटरी से उतर गई है। जरूरी वस्तुओं की कीमतें इतनी ऊंचाई पर पहुंच गई है कि तमाम वस्तुएं गरीब लोगों की पहुंच से बाहर हो गई हैं। बढ़ती मुद्रास्फीति का प्रभाव सीधे निम्न और मध्यम वर्गीय लोगों पर पड़ रहा है। खाद्य मुद्रास्फीति दहाई के अंक पर है।
पाकिस्तान उन देशों की सूची में आ गया है, जहां एक परिवार की पूरी आमदनी का पचास फीसद हिस्सा खाने पर ही खर्च होता है। निम्न आय वर्ग के परिवार गरीबी, भुखमरी और कुपोषण का शिकार हो रहे हैं। पाकिस्तान के आंकड़ों के मुताबिक खाद्य असुरक्षा वाले परिवार 2019-20 में 100 में 16.4 हो गए हैं। जबकि पिछले साल 100 में 15.9 परिवार इस श्रेणी में थे। इन स्थितियों में पाक में बेरोजगारी भी तेजी से बढ़ रही है। भुखमरी के इन हालातों के चलते वहां अपराध भी तेजी से बढ़ गए हैं।