नई दिल्ली:केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने गुरुवार को संसद को बताया कि विभिन्न मंत्रालयों से महिलाओं के लैंगिक उत्पीड़न से जुड़ी कुल 391 शिकायतें मिलीं हैं। महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने कार्यस्थल पर महिलाओं के लैंगिक उत्पीड़न से संबंधित शिकायतों की पंजीकरण सुविधा देने के लिए एक ऑनलाइन शिकायत प्रबंधन तंत्र विकसित किया था, इसे लैंगिक उत्पीड़न इलेक्ट्रॉनिक बॉक्स (सी-बॉक्स) नाम दिया गया है। इसी के जरिए लैंगिक उत्पीड़न से जुड़ी इतनी शिकायतें मिली हैं। इस इलेक्ट्रोनिक बॉक्स को महिलाओं के लिए विकसित किया गया है ताकि वे इसके जरिए शिकायत दर्ज करा सकें। ़
उन्होंने कहा कि मामलों के विश्लेषण से पता चलता है कि कई मामलों केवल दो यौन उत्पीड़न से संबंधित हैं। उन्होंने कहा कि कई मामलों में एक व्यक्ति ने एक व्यक्ति के खिलाफ कई शिकायतें दी थीं और 32 शिकायतें महिलाओं के खिलाफ हिंसा, दहेज उत्पीड़न और सुझावों से संबंधित थीं। ईरानी ने कहा कि यौन उत्पीड़न के दोनों मामलों में से कोई भी मंत्रालय के कार्यस्थल से संबंधित नहीं है।
ईरानी ने कहा कि जनवरी 2020 से अब तक 150 शिकायतें मिली हैं।
शी-बॉक्स कार्यस्थलों पर यौन उत्पीड़न की शिकायतों के पंजीकरण की अनुमति देता है। एक बार शिकायत दर्ज हो जाने के बाद, यह सीधे मामले में कार्रवाई करने के लिए अधिकार क्षेत्र वाले संबंधित प्राधिकारी के पास पहुंचती है।
ईरानी ने कहा कि केंद्र ने राज्य और केंद्र शासित प्रदेश की सरकारों और केंद्रीय मंत्रालयों और विभागों को कार्यस्थल पर महिलाओं के यौन उत्पीड़न (रोकथाम, निषेध और निवारण) अधिनियम को सख्ती से लागू करने के लिए सलाह जारी की है, ताकि महिलाओं के अनुकूल काम का माहौल तैयार किया जा सके।
स्मृति ईरानी ने कहा कि देश में महिलाओं को कार्यस्थल पर सुरक्षित वातावरण देना सरकार के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता में है। इसे ध्यान में रखते हुए सरकार ने ‘कार्यस्थल पर महिलाओं का लैंगिक उत्पीड़न (निवारण और शिकायत निपटान) अधिनियम, 2013 लागू किया है।