नई दिल्ली:लॉकडाउन में करीब चार महीने बंद रहने के बाद सिनेमाघर, रंगमंच, मल्टीप्लेक्स, स्पॉ, मनोरंजन पार्क को राहत मिल गई है। अपनी 50 फीसदी क्षमता के साथ यह सोमवार से खुल जाएंगे। अब अगर शैक्षणिक संस्थान, राजनीतिक, धार्मिक और सामाजिक पाबंदियों को छोड़ दे तो दिल्ली में अब सभी क्षेत्र को लॉकडाउन से राहत मिल गई है। मनोरंजन, वाटर पार्क, स्विमिंग पूल को भी खोलने की मंजूरी दे दी गई है।
लॉकडाउन में नई राहतों के साथ डीडीएमए ने अपने आदेश में सोमवार से पहले से खुली कई सुविधाओं में पाबंदियां कम की है। इसमें सबसे प्रमुख मेट्रो और बस की क्षमता बढा़ने का है। दिल्ली मेट्रो और बस में अब यात्रियों को एक-एक सीट छोड़कर नहीं बैठना पड़ेगा। डीडीएमए ने अपने आदेश में फुल सीटिंग कैपेसिटी (बैठने के लिए उपलब्ध कुल सीट) के साथ परिचालन की मंजूरी दी है। मगर खड़े हो होकर यात्रा पर पाबंदी होगी। इस सुविधा के साथ अभी मेट्रो में यात्रियों की संख्या दोगूनी हो जाएगी।
बस और मेट्रो में यात्रियों की क्षमता बढ़ा दी गई है मगर अभी छोटे सार्वजनिक परिवहन जैसे ऑ़टो, टैक्सी, ग्रामीण सेवा में यात्रियों की संख्या पर पाबंदी अभी जारी रहेगी। डीडीएमए ने आदेश में बिजनेश टू बिजनेस प्रदर्शनियों को भी राहत दी है। मगर इसमें सिर्फ बिजनेस विजिटर्स को आने की अनुमति होगी। इसके अल्वा सम्मेलन कक्ष को भी 50 फीसदी क्षमता के साथ खोलने की मंजूरी दी गई है।
सरकार ने स्पा वेलनेस क्लिनिक को राहत दी है मगर उसके लिए अलग से दिशा निर्देश भी जारी किया है। जैसे प्रत्येक थैरेपिस्ट को कोविड का दोनों टीका लगवाना अनिवार्य होगा। अगर वह टीका नहीं लगवाती है तो उसे प्रत्येक 15 दिन पर आरटीपीसीआर जांच करानी होगी। इसके अलावा अगर किसी का थैरेपी 30 मिनट से ज्यादा है तो उसे मास्क के साथ पीपीई किट भी पहनना होगा। प्रत्येक थैरेपी के बाद उसमें प्रयोग होने वाले तौलियां, उपकरणों का सैनिटाइज करना होगा। अगर उसके बाद भी कोई लापरवाही होती है तो उसके लिए स्पॉ मालिक जिम्मेदार होगा।
दिल्ली सरकार ने शादियों में शामिल होने वालों की संख्या बढ़ा दी है। दिल्ली में अभी तक सिर्फ एक शादी में 20 लोगों के शामिल होने की अनुमति थी जिसे अब बढ़ाकर 100 कर दी गई है। इसके अलावा वह घर, कोर्ट के अलावा बाहर बैंक्वेट हॉल में भी शादी कर सकते है। मगर वहा कोविड नियमों जैसे मास्क, सैनिटाइजर, सामाजिक दूरी का ख्याल रखना होगा। इसके अलावा अंतिम यात्रा में भी शामिल होने वालों की संख्या को भी 20 से बढ़ाकर 100 कर दी गई है
दिल्ली में लंबे समय से बंद वाटर और मनोरंजन पार्क को भी सरकार ने खोलने की मंजूर दे दी है। दिल्लीवाले अब घर से बाहर घूमने और सैर सपाटे के लिए इन जगहों पर जा सकेंगे। हालांकि इस दौरान वहां पर कोविड नियमों का ध्यान रखना होगा। वहां आने वाले लोग मास्क जरूर पहने। सभी की थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था हो। स्विमिंग पूल के अंदर भी सामाजिक दूरी का पालन होना चाहिए। स्विमिंग पूल को भी खोलने की मंजूरी मिली है। स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों की जिम्मेदारी होगी वह कोविड नियमों के दिशा निर्देशों का पालन कराएं।
बाजार, बार और धार्मिक स्थलों को नई छूट नहीं
दिल्ली सरकार ने बाजार, बार और रेस्टोरेंट को अभी अन्य कोई राहत नहीं दी है। बाजार पहले की ही तरह सुबह 10 बजे से रात 8 बजे तक खुलेंगे। साप्ताहिक बाजार एक जोन में एक दिन में एक ही बाजार खुलेंगे। उसके अलाबा बार को भी दोपहर 12 बजे से रात 10 बजे तक खोलने की अनुमति पहले की ही तरह रहेगी। रेस्टोरेंट सुबह 8 बजे से रात 10 बजे तक ही खुलेंगे। धार्मिक स्थल पहले की ही तरह खुलेंगे मगर उसमें श्रद्धालुओं को प्रवेश की अनुमति नहीं मिलेगी।
ये खुले
- सिनेमाघर, रंगमंच, मल्टीप्लेक्स
- स्पॉ एवं वेलनेस क्लीनिक
- स्विमिंग पूल, मनोरंजन पार्क, वाटर पार्क
- बिजनेस टू बिजनेस प्रदर्शन
- मेट्रो व बस में फुल सीटिंग क्षमता से परिचालन
- शादियों में मेहमानों की संख्या 20 से 100 तक बढ़ाई।
- अंतिम यात्रा में शामिल होने वालों की संख्या 100 तक की।
ये बंद रहेंगे
- स्कूल, कॉलेज, कोचिंग समेत अन्य शैक्षणिक संस्थान
- सभी तरह की सामाजिक, धार्मिक व राजनीतिक गतिविधियां।
- बैंक्वेंट हॉल (सिर्फ शादियों की बुकिंग शर्तों के साथ)
मेट्रो, बस का इंतजार होगा कम, स्टेशनों के बाद कतार भी होगी खत्म
मेट्रो और बस में सभी सीट पर बैठकर यात्रा की मंजूरी देने के बाद इसमें सफर करने वाले यात्रियों की संख्या दोगूनी हो जाएगी। वर्तमान में एक मेट्रो ट्रेन में 300-400 लोग सफर करते है। वह संख्या अब बढ़कर 800 तक पहुंच जाएगी। हालांकि अभी भी खड़े होकर यात्रा की मंजूरी नहीं है। मगर मेट्रो को लगता है कि इससे यात्रियों को काफी राहत मिलेही। स्टेशनों के बाहर लगने वाली कतार भी कम हो जाएगी। दिल्ली मेट्रो को लॉकडाउन से राहत मिलने के बाद से लगातार यात्रियों की संख्या बढ़ती जा रही थी। शुरूआत में जहां औसतन 7-8 लाख सफर कर रहे थे। वहीं बीते एक पखवाड़े में यह संख्या बढ़कर औसतन 14-15 लाख तक पहुंच गई है। जिसके चलते स्टेशनों के बाहर लंबी कतार के साथ स्टेशन के अंदर प्रवेश के 60-60 मिनट से अधिक समय का इंतजार करना पड़ता था। यात्री मेट्रो के अंदर सफर करने से ज्यादा समय स्टेशन के अंदर प्रवेश करने में जाया कर रहे थे। अब यात्रियों को इस इंतजार से राहत मिल सकती है। मेट्रो का कहना है कि यात्रियों की सहूलियत के साथ मेट्रो को परिचालन लागत में हो रहे घाटे को भी कम किया जा सकेगा। क्योंकि इस राहत से हम ज्यादा यात्रियों को सफर करा पाएंगे।
वहीं बस के अंदर भी अब आधी सीट खाली नहीं रहेगी। बस के अंदर जितनी सीट है उतने यात्री सफर कर पाएंगे। यात्रियों को बस से अपने गंतव्य तक पहुंचने में मदद मिलेगी। खाली बस के लिए लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा।