नयी दिल्ली। भारत ने श्रीलंका में जारी राजनीतिक घटनाक्रम के बीच आज कहा कि उसे उम्मीद है कि मित्र देश में लोकतांत्रिक मूल्यों एवं संवैधानिक प्रक्रिया का सम्मान किया जाएगा। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने यहां जारी एक बयान में कहा कि भारत की श्रीलंका में हाल ही में हुए घटनाक्रम पर पूरी नज़र है। लाेकतंत्र एवं घनिष्ठ मित्रवत पड़ोसी देश होने के नाते हमें आशा है कि लोकतांत्रिक मूल्यों एवं संवैधानिक प्रक्रिया का सम्मान किया जाएगा। उन्हाेंने कहा कि हम श्रीलंका के मित्रवत लोगों के विकास के लिए अपनी सहायता जारी रखेंगे।
श्रीलंका में इस सप्ताह एक अचानक हुए राजनीतिक घटनाक्रम में प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे की पार्टी के सरकार से समर्थन वापस लेने के फैसले के तुरंत बाद राष्ट्रपति मैत्रीपाल सिरीसेना ने श्री विक्रमसिंघे का पद से हटा कर अपने प्रतिद्वन्द्वी रहे पूर्व राष्ट्रपति महिन्दा राजपक्षे को देश का नया प्रधानमंत्री नियुक्त कर दिया और संसद को 20 दिन के लिए निलंबित कर दिया। श्री विक्रमसिंघे ने संसद में सत्तारूढ़ गठबंधन का बहुमत नहीं होने का दावा किया है और श्री राजपक्षे की प्रधानमंत्री पद पर नियुक्ति को असंवैधानिक एवं अवैध करार दिया है। चीन समर्थक श्री राजपक्षे के सत्ता में लौटने को भारत के लिए प्रतिकूल माना जा रहा है।
श्रीलंका में बदले राजनीतिक घटनाक्रमों पर भारत की नजर, लोकतांत्रिक मूल्यों के सम्मान की जतायी उम्मीद
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