नई दिल्ली: नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह ने बुधवार को कहा कि कोरोना महामारी की वजह से देश संभवत: आजादी के बाद सबसे बड़ी मानवीय चुनौती का सामना कर रहा है और भारतीय नौसेना सामूहिक रूप से पूरी क्षमता के साथ देश के समक्ष इस संकट का सामना करेगी।नौसेना कर्मियों को अपने संदेश में एडमिरल सिंह ने कहा कि चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराने में नौसेना अपनी कोशिशों को बढ़ाएगी क्योंकि महामारी ग्रामीण इलाकों में फैल रही है और इन इलाकों में रह रहे लोगों को मदद की जरूरत है। उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है, संभवत: हम में से ऐसा कोई नहीं है जिसके परिवार में या हमारा कोई बेहद करीबी कोरोना संक्रमित नहीं हुआ है या अस्पताल में भर्ती नहीं हुआ है या अभी भी उसकी हालत खराब नहीं है या उसकी बीमारी से मौत नहीं हुई है।’ नौसेना प्रमुख ने कहा, ‘कोई नहीं जानता कि यह महामारी कब खत्म होगी। लेकिन मैं पूरे विश्वास के साथ कह सकता हूं कि हमारा साहस और हमारा दृढ़ संकल्प कभी खत्म नहीं होगा। इस संकट में हम सामूहिक रूप से नौसेना की एक टीम की तरह खड़े होंगे और देश, नौसेना और हमारे समुदायों के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ करेंगे।’
भारतीय सेना के बेस हॉस्पिटल, दिल्ली के कमांडेंट मेजर जनरल वासु वर्धन को रिसर्च एंड रेफरल हॉस्पिटल में स्थानांतरित किया गया है। वासु का स्थानांतरण तब हुआ है जब उनके रिटायरमेंट के तीन महीने बाकी बचे हैं। अगस्त के अंत में वह सेवा से रिटायर हो जाएंगे। दिल्ली का आर्मी बेस हॉस्पिटल इस समय 650 बिस्तरों वाले कोविड अस्पताल के रूप में कार्य कर रहा है, जिसमें महामारी के शिकार सुरक्षा बलों के जवानों और पूर्व जवानों का इलाज चल रहा है। वासु की जगह मेजर जनरल एसके सिंह ने दिल्ली बेस हॉस्पिटल के कमांडेंट का पदभार ग्रहण कर लिया है।