अहमदाबाद:गुजरात में छह नगर निगमों के लिए चुनाव के बाद आज वोटों की गिनती हो रही है। अभी तक आए रुझान और आंकड़ों पर नजर डाले तो दो राज्यों में चोट खाने के बाद भी बीजेपी अपना मजबूत किला बचाने में कामयाब रही है। छह नगर निगमों के लिए 576 सीटों पर वोटिंग हुई थी। हर नगर निगमों में बीजेपी बढ़त बनाई हुई है। इनमें से 250 से ज्यादा सीटों पर बीजेपी को जीत मिल चुकी है जबकि बाकी जगहों पर अभी मतगणना जारी है और उसमें भी बीजेपी आगे चल रही है।
दूसरी ओर से कांग्रेस को एक बार फिर से निराशा हाथ लगी है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक कांग्रेस अभी तक 37 सीटों पर जीत हासिल की जबकि कुछ जगहों पर आगे भी चल रही है। अभी तक के आए आंकड़ों पर नजर डाले तो बीजेपी काफी हद तक एक बार फिर अपना किला बचाने में कामयाब रही है। हालांकि, अभी राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से फाइनल आंकड़े आने बाकी है।
इस चुनाव में केजरीवाल की अगुवाई वाली आम आदमी पार्टी को जरूर फायदा हुआ है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक आम आदमी पार्टी ने सूरत में 23 सीटों पर जीत हासिल की है। इस तरह से देखे तो आम आदमी पार्टी के लिए एक नया मैदान मिल गया है। नया मैदान मिलने के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा कि ‘नई राजनीति की शुरुआत करने के लिए गुजरात के लोगों को दिल से बधाई।’
दो राज्यों में बीजेपी खा चुकी थी चोट
गुजरात के निकाय चुनाव पर इसलिए भी सबकी नजर टिकी हुई है क्योंकि बीजेपी दो राज्यों में चोट खा चुकी थी। इसमें एक पंजाब है, जहां हाल ही में निकाय चुनाव हुए हैं और दूसरा राजस्थान था। हालांकि, राजस्थान में बीजेपी का प्रदर्शन काफी हद तक पार्टी के लिए संतोषजनक रहा था लेकिन पहले नंबर पर तो कांग्रेस ही रही। राजस्थान में निर्दलीय उम्मीदवारों का योगदान ज्यादा रहा। पंजाब में भी बीजेपी को बुरी तरह हार का सामना करना पड़ा।
राजस्थान में कांग्रेस ने मारी थी बाजी
राजस्थान में संपन्न हुए नगर निकाय चुनाव में कांग्रेस एवं भाजपा में कांटे की टक्कर देखने को मिली थी। कांग्रेस ने कुल 1197 वार्डों में जीत दर्ज की जबकि भाजपा 1140 वार्ड में विजयी रही। इन दोनों दलों के बाद निर्दलीयों का दबदबा रहा। कुल 634 निर्दलीय विजयी रहे हैं जो कई बोर्ड बनाने में प्रमुख भूमिका निभाएंगे। एनएसपी 46 और आरएलपी 13 वार्डों में जीत हासिल की है। सीपीआईएम भी तीन वार्डों में अपनी उपस्थिति दर्ज करावाने में सफल हो गई है। राजस्थान में 20 जिलों के 90 नगरीय निकायों में 28 जनवरी को मतदान हुआ था।
पंजाब में तो सूपाड़ा साफ
पंजाब के स्थानीय निकाय चुनाव में कांग्रेस की धूम देखने को मिली। पंजाब में कांग्रेस ने मुख्य विपक्षी दल आम आदमी पार्टी, शिरोमणि अकाली दल और भाजपा का सफाया करते हुए राज्य के सभी सात निगमों पर कब्जा कर लिया। कांग्रेस ने सात में से छह निगमों में जीत हासिल की, जबकि एक निगम में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। गत 14 फरवरी को हुए चुनाव में कुल 9,222 उम्मीदवार मैदान में थे। यही नहीं बॉलीवुड एक्टर से नेता बने बीजेपी के सांसद सनी देओल के संसदीय क्षेत्र में बीजेपी को मायूसी हाथ लगी। पार्टी गुरदासपुर क्षेत्र में खाता तक नहीं खोल सकी। पार्टी सभी 29 सीटों पर हार गई है। यहां एक तरफा कांग्रेस को जीत मिली है। देओल पंजाब के गुरदासपुर लोकसभा सीट से ही सांसद हैं।