मुंबई:पूर्वी लद्दाख में भारत और चीनी सैनिकों के पीछे हटने की प्रक्रिया का स्वागत करते हुए शिवसेना ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। शिवसेना ने प्रधानमंत्री सेसवाल पूछा कि आखिर क्यों उन्होंने लद्दाख में पीएलए जवानों की घुसपैठ पर देश से झूठ बोला। शिवसेना के मुखपत्र सामना में एक संपादकीय में कहा गया है कि चीनी सैनिक भारतीय सीमा के अंदर लगभग 20 किमी तक आ गए थे और पूर्वी लद्दाख में 20 जवान भी शहीद हो गए, लेकिन जब विपक्ष ने उनसे सवाल किया तो पीएम और केंद्र सरकार के अन्य वरिष्ठ मंत्रियों ने चीनी घुसपैठ के बारे में झूठ बोला।
11 फरवरी को राज्यसभा को संबोधित करते हुए, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा था कि भारत और चीन पूर्वी लद्दाख में पैंगोंग सो क्षेत्र से डिसइंगेजमेंट पर सहमत हुए हैं और लगभग नौ महीने तक चले आमने-सामने की स्थिति के बाद पहले वाली यथास्थिति में वापस आ गए हैं। सिंह ने कहा कि समझौते के अनुसार, चीनी सेना पैंगोंग सो के उत्तरी किनारे से फिंगर 4 से अपने सैनिकों को फिंगर 8 तक वापस बुला लेगी।
संपादकीय में आगे कहा गया कि दो महीने पहले तक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कह रहे थे कि चीनी सैनिकों ने भारतीय सीमा में घुसपैठ नहीं की है। वही पीएम अब कह रहे हैं कि चीनी सैनिक हमारी धरती से पीछे हट रहे हैं। मतलब, चीनियों ने घुसपैठ की और हमारे प्रधानमंत्री देश के लिए झूठ बोल रहे थे।
शिवसेना ने चीनी सैनिकों के पीछे हटने पर बीजेपी के उत्साहित होने पर निशाना साधा है। संपादकीय में कहा गया, ”हम खुश हैं कि चीनी सैनिक पीछे हट रहे हैं। यह रक्षा मंत्रालय की कूटनीति की जीत है, लेकिन सरकार चीनी घुसपैठ के बारे में झूठ क्यों बोल रही थी? अब सरकार ने खुद ही इस डिसइंगेजमेंट पर जश्न मनाना शुरू कर दिया है।”
बता दें कि पिछले दिनों भारत और चीन पैंगोंग सो के किनारे से चरणबद्ध तरीके से सैनिकों को पीछे हटाने पर सहमत हुए हैं और यहां डिसइंगेजमेंट की प्रक्रिया पूरी होने के बाद दूसरे इलाकों में भी टकराव को खत्म करने के लिए बातचीत होगी। दोनों देशों के बीच अप्रैल से तनावपूर्ण स्थिति चल रही थी, जिसके बाद जून में गलवान में हुए हिंसक टकराव में भारत के 20 जवान भी शहीद हो गए थे। इस हिंसा में चीन के भी कई सैनिक मारे गए थे।