नई दिल्ली:कृषि कानूनों के विरोध में 26 जनवरी को किसानों की ट्रैक्टर रैली में हुए उपद्रव पर पुलिस लगातार एक्शन में है। हिंसा और तोड़फोड़ की घटनाओं पर अब तक 22 FIR दर्ज की जा चुकी हैं। उपद्रवियों की पहचान के लिए पुलिस CCTV फुटेज की जांच कर रही है। लाल किले और सिंघु बॉर्डर पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। उधर, मेट्रो मैनेजमेंट ने आज फिर लाल किला मेट्रो स्टेशन को बंद कर दिया है, वहीं जामा मस्जिद मेट्रो स्टेशन के एंट्री गेट बंद किए गए हैं।
किसानों ने मंगलवार को अपनी ट्रैक्टर परेड तय वक्त से पहले ही शुरू कर दी। पुलिस ने परेड के लिए मंगलवार दोपहर 12 से शाम 5 बजे का वक्त और रूट तय किया था। दिल्ली में दाखिल होने के लिए सिंघु, टीकरी और गाजीपुर एंट्री प्वाइंट बनाए गए थे। लेकिन, किसान सुबह 8.30 बजे ही इन एंट्री प्वाइंट्स पर बैरिकेड्स तोड़कर दिल्ली में जबरदस्ती घुस गए और अपनी परेड शुरू कर दी। पुलिस का दावा है कि दिन भर चली हिंसा में 300 जवान घायल हो गए।
दिल्ली में मंगलवार को हुई हिंसा के बाद गृह मंत्री अमित शाह ने हाईलेवल मीटिंग बुलाई। शाह ने राजधानी में अर्धसैनिक बलों की अतिरिक्त कंपनियां भेजने के आदेश दिए। दिल्ली पुलिस को उपद्रवियों से सख्ती से निपटने के आदेश दिए गए हैं। इस मामले में दिल्ली पुलिस ने सात FIR दर्ज की हैं। वहीं, दिल्ली की हिंसा के बाद हरियाणा में कैबिनेट की आपात बैठक बुलाई गई। मुख्यमंत्री खट्टर ने पुलिस को हाई अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए। साथ ही दिल्ली से सटे तीन जिलों सोनीपत, पलवल और झज्जर में इंटरनेट और SMS सर्विस बंद कर दी गई है।
किसानों की परेड में कब क्या हुआ, सिलसिलेवार पढ़िए…
परेड की दिल्ली में एंट्री: किसानों ने अपनी परेड तय वक्त से करीब साढ़े तीन घंटे पहले शुरू कर दी। किसानों ने शुरुआत से ही तय रूट को फॉलो नहीं किया। सबसे पहले सिंघु बॉर्डर से किसान दिल्ली में दाखिल हुए। यहां बैरिकेड्स तोड़ दिए गए। इसके बाद टीकरी और गाजीपुर में भी किसानों ने इसी तरह दिल्ली में एंट्री की। ट्रैक्टरों पर सवार किसानों की तादाद और तेवर देखकर पुलिस भी यहां से पीछे हट गई।
पांडव नगर में महाभारत: यहां गाजीपुर बॉर्डर से निकले किसानों को पुलिस ने दोपहर करीब 12.30 बजे नोएडा मोड़ पर रोक दिया और आंसू गैस के गोले छोड़े। इसके बाद किसानों ने भी पुलिस पर पथराव किया और गाड़ियों में तोड़फोड़ की। इसी जगह पर निहंगों का जत्था तलवार लहराता भी नजर आया। पुलिस का दावा है कि किसानों ने पांडव नगर पुलिस पिकेट पर ट्रैक्टर चढ़ाने की कोशिश की।
ITO में किसान की मौत: किसानों ने ट्रैक्टर परेड का रुख इंडिया गेट की तरफ मोड़ने की कोशिश की। यहीं पर पुलिस ने उन्हें रोका। किसान नहीं माने तो लाठीचार्ज और आंसू गैस भी छोड़ी गई। कई पुलिसवाले और आंदोलनकारी भी घायल हुए। यहां बैरिकेड तोड़ने की कोशिश कर रहे एक आंदोलनकारी की ट्रैक्टर पलटने से मौत हो गई। ये किसान उत्तराखंड के बाजपुर का रहने वाला नवनीत था। वह हाल में ही शादी के लिए ऑस्ट्रेलिया से भारत आया था। किसान यहीं पर नवनीत का शव रखकर शाम 6 बजे तक धरना देते रहे।