नई दिल्ली:विदेश राज्य मंत्री एमजे अकबर ने ‘मी टू’ के तहत लगे आरोपों पर पहली बार अपनी चुप्पी तोड़ी है। नाईजीरिया के दौरे से लौटे अकबर ने मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा कि यह (मीटू) आंधी लोकसभा चुनाव से पहले क्यों उठी है? क्या कोई एजेंडा है? उन्होंने अपने ऊपर लगे सभी गंभीर आरोपों को बेबुनियाद बताया।
आरोपों को बताया बेबुनियाद
चुनाव से पहले लगे आरोपों को साजिश बताते हुए कहा कि यह आधारहीन आरोप मेरी छवि को खराब करने के लिए लगाया जा रहा है। अकबर ने बिना तथ्य के इस तरह के आरोपों को एक बुखार की तरह बताया। उन्होंने कहा कि यह एक खास वर्ग में फैल रहा है। मैं अब विदेश से लौट चुका हूं जो भी आरोप हैं, मेरे वकील अब इन सबका जवाब देंगे।
झूठ को बताया एक जहर
उन्होंने कहा कि मैं अब सभी आरोप लगाने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करूंगा। झूठ के पैर नहीं होते मगर उनमें जहर होता है। मैं इन आरोपों से सकते में हूं। यह सब झूठ और मनगढ़ंत हैं। देर से जवाब देने की बात पर कहा कि मैं विदेश में सरकारी दौरे पर था इसलिए जवाब नहीं दे पाया।
प्रिया रमानी ने एक साल पहले मैग्जीन में आर्टिकल के जरिए एक अभियान की शुरुआत की थी, लेकिन इसमें कभी मेरा नाम नहीं दिया क्योंकि वह एक झूठी कहानी थी। हाल में ही जब पूछा तब उन्होंने ट्वीट से जवाब दिया था। मैंने कुछ नहीं किया इसलिए यह एक व्यंग्य का समुद्र है। यह विश्वास करने के लिए पूरी तरह से विचित्र कहानी है कि उस छोटी सी जगह में कुछ भी हो सकता था, और इसके अलावा आसपास के इलाकों में किसी और को पता नहीं चलेगा जबकि वहां सभी काम कर रहे हैं। इसलिए ये आरोप झूठ से प्रेरित और निराधार हैं।
विदेशी पत्रकार ने भी लगाया आरोप
बता दें कि अबतक कई महिला पत्रकार केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगा चुकी हैं। हालांकि, ये मामले तब के हैं जब एमजे अकबर एशियन एज समेत कई संस्थानों में वरिष्ठ पद पर थे। अब अकबर पर विदेशी पत्रकार Majlie de Puy Kamp ने यौन शोषण के आरोप लगाए हैं। Majlie ने हफिंगटन पोस्ट से कहा है कि 2007 में जब वो इंटर्नशिप के लिए आईं तो वो सिर्फ 18 साल की थी और उनके साथ एमजे अकबर ने गलत हरकत करने की कोशिश की। गौरतलब है कि अब तक 10 महिला पत्रकारों ने एमजे अकबर पर #MeToo कैंपेन में सोशल मीडिया पर इस तरह के आरोप लिखे हैं।
एमजे अकबर के ऊपर ‘मी टू’ के तहत लगे आरोप के बाद से भाजपा बैकफुट पर है। सभी उनके विदेश से भारत लौटने के बाद उनकी प्रतिक्रिया के इंतजार में थे। इसी बीच अमित शाह ने इन सभी अारोपों की जांच की बात की है। इधर केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने रिटायर्ड जजों की एक कमेटी बना कर पीड़िताओं को न्याय दिलाने का आश्वासन दिया है।
#MeToo पर बोले एमजे अकबर, झूठ के पैर नहीं होते मगर उनमें जहर होता है
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