नई दिल्ली:कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने एक बार फिर पार्टी के कामकाज के तरीके पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने रविवार को पार्टी में पदाधिकारियों के चुनाव कराने पर जोर देते हुए नेताओं में पनप रहे 5 स्टार कल्चर और चुनाव में मिली हार पर भी तीखे कमेंट किए।
राज्यसभा में विपक्ष के नेता आजाद ने चुनावों में मिली हार पर कहा कि हम सभी पार्टी को हो रहे नुकसान को लेकर फिक्रमंद हैं। खासकर बिहार और देश के कई राज्यों में हुए उपचुनावों के नतीजों से। मैं इस नुकसान के लिए पार्टी की लीडरशिप को दोष नहीं देता। हमारे लोगों ने जमीन से जुड़ाव खत्म कर लिया है। किसी को भी अपनी पार्टी से प्यार होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि 5 स्टार कल्चर से चुनाव नहीं जीते जा सकते। आज नेताओं के साथ यह दिक्कत है कि अगर उन्हें टिकट मिल जाता है तो वे सबसे पहले 5 स्टार होटल बुक करते हैं। अगर सड़क खराब है तो वे उस पर नहीं जाएंगे। जब तक इस 5 स्टार कल्चर को छोड़ नहीं दिया जाता, तब तक कोई चुनाव नहीं जीता जा सकता।
पिछले 72 साल में कांग्रेस सबसे निचले पायदान पर है। कांग्रेस के पास पिछले दो कार्यकाल के दौरान लोकसभा में विपक्ष के नेता का पद भी नहीं है। हालांकि, कांग्रेस ने लद्दाख हिल काउंसिल के चुनावों में 9 सीटें जीतीं। हम वहां इस तरह के पॉजिटिव रिजल्ट की उम्मीद नहीं कर रहे थे।
गुलाम नबी आजाद ने कहा, ‘पदाधिकारियों को अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए। जब तक पदाधिकारी नियुक्त किए जाते रहेंगे, वे ग्राउंड पर नहीं जाएंगे। अगर सभी पदाधिकारी एक प्रक्रिया के तहत चुने जाते हैं, तो वे अपनी जिम्मेदारी समझेंगे। अभी, किसी को भी पार्टी में कोई भी पद मिल जाता है।’
‘जब तक हम हर स्तर पर अपने कामकाज के तरीके नहीं बदलेंगे, चीजें नहीं बदलेंगी। लीडरशिप को पार्टी कार्यकर्ताओं को एक प्रोग्राम देने और पदों के लिए चुनाव कराने की जरूरत है। किसी को भी इस लायक होना चाहिए कि उसके न होने पर लीडरशिप उसके बारे में पूछे।’
आजाद ने कहा कि हमारी पार्टी का ढांचा ढह गया है। हमें इसे फिर से तैयार करने की जरूरत है। फिर कोई नेता उस स्ट्रक्चर के हिसाब से चुना जाता है, तो यह तरीका काम करेगा, लेकिन यह कहना कि सिर्फ नेता बदलने से हम बिहार या यूपी, एमपी जीत लेंगे तो यह गलत है। एक बार जब हम सिस्टम बदल देंगे तो ऐसा होने लगेगा।
उन्होंने कहा कि मैं कोरोना के कारण गांधी परिवार को क्लीन चिट दे रहा हूं। वे अभी बहुत कुछ नहीं कर सकते। हमारी मांगों में कोई बदलाव नहीं हुआ है। वे हमारी ज्यादातर मांगों पर सहमत हो गए हैं। देश में विकल्प बनना चाहते हैं और पार्टी को फिर जिंदा करना चाहते हैं तो हमारी लीडरशिप को पार्टी में पदों के लिए चुनाव करना चाहिए।