मुंबई:सार्वजनिक क्षेत्र की इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग कंपनी ITI ने शनिवार को कहा कि वह भारतीय कंपनियों को एंड-टू-एंड 4G-5G नेटवर्क उपकरण उपलब्ध कराएगी। इसके लिए कई कंपनियों से बातचीत चल रही है। एनुअल रिपोर्ट में ITI ने कहा कि कंपनी E और V बैंड स्पैक्ट्रम के लिए उपकरण मैन्युफैक्चरिंग की भी योजना बना रही है। E और V बैंड स्पैक्ट्रम 4G और 5G तकनीक के लिए आवश्यक तौर पर इस्तेमाल किए जाते हैं।
टेक महिंद्रा और TCS के साथ की साझेदारी
ITI के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर आरएम अग्रवाल ने कहा कि हमारी कंपनी टेलीकॉम उपकरण बनाने की कुशल और अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ विभिन्न प्लांट में eNodeB और 5G NR (नए रेडियो) उत्पाद बनाने की योजना बना रही है। इसके अलावा 4G और 5G नेटवर्क के लिए एंड-टू-एंड सॉल्यूशन उपलब्ध कराने के लिए ITI कई भारतीय कंपनियों से बातचीत कर रही है। इससे देश में स्थानीय तकनीक के जरिए 4G और 5G इकोसिस्टम तैयार करने में मदद मिलेगी। उन्होंने बताया कि 5G तकनीक डेवलप करने के लिए ITI ने टेक महिंद्रा और टाटा कंसलटेंसी सर्विसेज (TCS) के साथ साझेदारी की है।
एंटरप्राइज ग्रेड राउटर की मैन्युफैक्चरिंग करने की भी योजना
अग्रवाल ने कहा कि कंपनी एंटरप्राइज ग्रेड राउटर्स की मैन्युफैक्चरिंग की भी योजना बना रही है। डिफेंस नेटवर्क और टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर्स के नेटवर्क के जरिए सुरक्षित डाटा ट्रांसफर में इससे मदद मिलेगी। अभी इस सेगमेंट में विदेशी कंपनियों का दबदबा है। इसके लिए ITI ने बेंगलुरु की इस क्षेत्र की एक स्टार्टअप कंपनी के साथ तकनीक ट्रांसफर समझौता किया है। इसी तरह कंपनी E और V बैंड रेडियो की मैन्युफैक्चरिंग के लिए टाई-अप की योजना बना रही है।
आयात पर निर्भरता घटेगी
आरएम अग्रवाल ने कहा कि भारतीय कंपनियों के साथ इस भागीदारी और भारतीय IPR वाले उत्पादों से टेलीकॉम उपकरणों के आयात से निर्भरता घटेगी। साथ ही डिफेंस कम्युनिकेशन के रणनीतिक नेटवर्क तैयार करने से जुड़े मुद्दों का भी समाधान होगा। रक्षा मंत्रालय ने ITI को पूरे देश में सेना के लिए सुरक्षित कम्युनिकेशन नेटवर्क बनाने के लिए 7,796 करोड़ रुपए का एक प्रोजेक्ट दिया है। इस प्रोजेक्ट का नाम ASCON है। ITI ने मेगा ASCON प्रोजेक्ट के चौथे चरण को देखते हुए 11 हजार किलोमीटर ऑप्टिकल फाइबर की मैन्युफैक्चरिंग और सप्लाई की योजना बनाई है।